राघव चड्ढा का कहना है कि हमारे देश में दो तरह के आईपीएल चल रहे हैं। एक तो गेंद और बल्ले का खेल है, जिसे इंडियन प्रीमियर लीग कहा जाता है और दूसरा है इंडियन पेपर लीक, जिसमें देश के लाखों युवाओं का भविष्य दांव पर है। इसके तहत छात्रों का भविष्य सुरक्षित करने के बजाय उन्हें बर्बाद करने का काम किया गया है।
दरअसल, नीट पेपर के मुद्दे पर राजनीति गरमा गई है। विपक्षी दल लगातार सत्ता पक्ष से नीट मुद्दे की जांच और चर्चा की मांग कर रहा है। इस बीच, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा ने भी NEET और अन्य परीक्षाओं के लीक होने के मुद्दे पर विपक्ष पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारत में पेपर लीक होने से NEET-UGC NET परीक्षा देने वाले 35 लाख बच्चों का भविष्य अंधकार में है। पिछले 10 सालों में केंद्र सरकार हमारे युवाओं को अच्छी शिक्षा व्यवस्था नहीं दे पाई है। इसीलिए इस सरकार में व्यापमं घोटाला, नीट-यूजीसी नेट, यूपी पुलिस भर्ती समेत तमाम पेपर लीक हुए हैं।
राघव चड्ढा ने सत्ता पर निशाना साधने के साथ-साथ दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार के काम की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि इस देश में दो शिक्षा व्यवस्थाएं हैं। एक तरफ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में शिक्षा की व्यवस्था की है, जिसके तहत दिल्ली में विश्वस्तरीय स्कूल बनाये गये हैं। बच्चों को अच्छा पाठ्यक्रम एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा रही है। दूसरी ओर एक और शिक्षा व्यवस्था है, जिसके तहत परीक्षा माफिया बनाया जा रहा है, जिससे देश के लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार के कगार पर खड़ा है। आज 35 लाख बच्चे देश की संसद की ओर इस उम्मीद से देख रहे हैं कि उनके अधिकारों पर चर्चा होगी।