मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद हालात काबू, BSF तैनात:इंटरनेट बंद,

ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने अगले 87 दिनों तक नए वक्फ कानून के विरोध में ‘वक्फ बचाव अभियान’ की शुरुआत 11 अप्रैल से की। AIMPLB ने कहा था कि अभियान शांतिपूर्वक किया जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, नॉर्थ 24 परगना और मालदा में स्थिति बिगड़ी। मुर्शिदाबाद के जंगीपुर और सुती इलाकों में शुक्रवार की दोपहर करीब 12 से 1 बजे के बीच बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने NH-12 पर सरकारी बसों और वाहनों में आग लगाई, पुलिस पर पथराव किया।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा, उन पर आंसू गैर के गोले दागे। हमले में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए। प्रदर्शन के दौरान 3 लोगों की मौत की खबर भी आई, लेकिन पुष्टि नहीं हो सकी। प्रदर्शन के कारण नेशनल हाईवे, रेल ट्रैफिक रोका गया था। साथ ही हंगामे वाले इलाकों में इंटरनेट भी बंद किया गया था।

स्थित को कंट्रोल करने के लिए बीएसएफ की मदद की गई। 12 घंटे बीतने के बाद स्थिति सामान्य हुई। रेल और सड़क पर ट्रैफिक चालू किया गया। हालांकि इंटरनेट बंद रखा गया है।

मुर्शिदाबाद के अलावा डायमंड हार्बर के अमतला चौराहे पर भी प्रदर्शन कर रही मुस्लिम भीड़ ने दिनदहाड़े एक पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की थी। वेस्टर्न रेलवे ने बताया था कि अजीमगंज-न्यू फरक्का सेक्शन में दोपहर 2.46 बजे लगभग 5000 लोगों की भीड़ ने धुलियानगंगा स्टेशन के पास ट्रैक जाम कर दिया था।

 

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