4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले पंजाब की राजनीति में उस वक्त बड़ा भूचाल आया जब आम आदमी पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए विधायक शीतल अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। बता दें कि इससे पहले शीतल अंगुराल द्वारा अपना इस्तीफा वापस लेने की खबर आई थी। शीतल ने इसके पीछे वजह बताई थी कि इस्तीफा पहले ही स्वीकार कर लिया होता तो ठीक था, लेकिन अब मैं नहीं चाहता कि जालंधर वेस्ट में दोबारा चुनाव हो तो सरकार का खर्च बढ़े।
जानकारी के मुताबिक आज सुबह करीब 11 बजे पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने शीतल अंगुराल को न्योता भेजा था, लेकिन स्पीकर के विधानसभा में मौजूद नहीं होने के कारण विधायक को इंतजार करना पड़ा और वापस लौटना पडा।
इस मौके पर अंगुराल ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष से मिलने पहुंचा लेकिन वह विधानसभा में नहीं मिले। स्पीकर फिलहाल दिल्ली में हैं, अब 11 जून को सुबह 11 बजे फिर दोबारा बुलाया गया है। इस्तीफा वापसी का पत्र सचिव को सौंप कर प्राप्त कर लिया गया है। इसके साथ ही विधायक ने कहा कि मैंने चुनाव से 69 दिन पहले इस्तीफा दिया था, जिसे स्वीकार नहीं किया गया। लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करते हुए मैंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है।