लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की संसदीय सीटों की संख्या 23 से घटकर 9 हो जाने के बाद उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने आज पद छोड़ने की पेशकश की है, ताकि वह आगामी विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के काम पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें। पत्रकारों से बात करते हुए फड़णवीस ने कहा कि मैं महाराष्ट्र के नतीजों की जिम्मेदारी लेता हूं, मैं पार्टी नेतृत्व से अनुरोध करता हूं कि मुझे सरकार में जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया जाए ताकि मैं आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी के लिए पूर्णकालिक काम कर सकूं।
वहीं, दूसरी तरफ इस बारे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का कहना है कि हार की जिम्मेदारी तीनों पार्टियों की है, क्योंकि हमने मिलकर काम किया है।
उधर, कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी और अन्य सहयोगी दलों को मिले झटके के बाद उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस द्वारा की गई इस्तीफे की पेशकश को ‘नाटक’ करार दिया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने कहा कि अगर किसी को इस्तीफा देना चाहिए तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। अतुल लोंढे ने कहा कि फडणवीस एक ‘असंवैधानिक’ सरकार चला रहे हैं और उन्होंने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि वह दो-दलीय सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद सत्ता में लौटे हैं।