जालंधर पश्चिम में आगामी उपचुनावों को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। अकाली दल गुटों में बंटता दिख रहा है क्योंकि एक धड़े ने जालंधर चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है, जबकि सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व वाले दूसरे धड़े ने बसपा का समर्थन देने की घोषणा की है। एक धड़े की ओर से यह मांग भी चल रही है कि सुखबीर बादल को पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। लेकिन दूसरी तरफ से सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में यह विश्वास जताया जा रहा है कि सुखबीर बादल पार्टी का नेतृत्व करने के लिए सबसे योग्य व्यक्ति हैं।
सुखबीर बादल के प्रति विश्वसनीयता दिखाने के लिए विभिन्न पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बैठकें की जा रही हैं। इसी कड़ी के तहत आज शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में महिला अकाली दल की ओर से चंडीगढ़ में एक बैठक की गई। इस दौरान महिला अकाली दल के सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने ‘पंजाब बचाओ’ यात्रा के रूप में एक प्रेरणादायक अभियान चलाया है। शिरोमणि अकाली दल ने महिलाओं तक पहुंच बनाई, जिसके कारण बठिंडा में महिला विंग की अध्यक्ष हरगोबिंद कौर के ठोस प्रयासों का फायदा पार्टी की उम्मीदवार बीबा हरसिमरत कौर बादल को मिला, जिन्होंने अच्छे अंतर से सीट जीती।
इसके सिवा सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पार्टी प्रभावी महिला नेतृत्व भी तैयार करेगी ताकि ब्लॉक समिति और जिला परिषद चुनावों के लिए आरक्षित सीटों पर महिला उम्मीदवारों के लिए मजबूत उम्मीदवार उतारे जा सकें। इसके साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि महिला अकाली दल 2027 के विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाएगी।