मोहाली–मनी लॉन्ड्रिंग केस का सामना कर रहे पंजाब के नायब तहसीलदार वरिंदरपाल सिंह धूत के खिलाफ अब विजिलेंस ब्यूरो ने कड़ा कदम उठाया है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में उनके खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
अब पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की जालंधर रेंज टीम उनसे पूछताछ करेगी और रिमांड पर लेकर पूरे मामले की गहराई से जांच करेगी। विजिलेंस की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ राज्य सरकार की सख्ती को दर्शाती है।
विजिलेंस ब्यूरो ने नायब तहसीलदार वरिंदरपाल सिंह धूत और उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम पर उनकी वैध आय से अधिक संपत्ति इकट्ठा करने के आरोपों की जांच की। यह जांच 1 जनवरी 2009 से 31 दिसंबर 2018 की अवधि को कवर करती है।
जांच के दौरान यह सामने आया कि इस अवधि में धूत की सभी स्रोतों और माध्यमों से कुल आय ₹3,58,97,111.59 थी। वहीं, उनके कुल खर्च और संपत्ति का मूल्य ₹11,18,34,544.22 पाया गया। यह उनकी कानूनी आय से ₹7,59,37,432.63 (यानि 211.54 प्रतिशत) अधिक है।
पंजाब के नायब तहसीलदार वरिंदरपाल गिरफ्तार
