चंडीगढ़, 29 मई
पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि विद्यार्थियों में ऊँची बुलन्दियां छूने की भावना पैदा करने, बड़े सपने देखने और दृढ़ इरादे को और मज़बूत करने के मकसद से पंजाब सरकार द्वारा राज्य भर के स्कूल आफ एमिनेंस ( एस. ओ. ई.) कैंपसों में नये दाखि़ल हुए 9वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए 3 दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम करवाया गया।उन्होंने कहा कि 26 से 28 मई तक करवाए गए इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम के द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग ने हज़ारों विद्यार्थियों को आत्म-विश्वास और अकादमिक उत्कृष्टता हासिल करने के समर्थ बना कर विद्यार्थियों के हुनर को निखारने के प्रति अपनी वचनबद्धता दोहराई है।
इस प्रोग्राम के अंतर्गत स्कूलज़ आफ एमिनेंस में अकादमिक और सीखने के रचनात्मक माहौल में दो सालों का सफ़र शुरू करने वाले विद्यार्थियों का स्वागत करते हुये उनको अकादमिक उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित किया गया।
ओरिएंटेशन प्रोग्राम के अहम पहलूओं को उजागर करते हुये स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि इसमें माहिरों के भाषण, विद्यार्थी रोल माडल सैशन, और इंटरऐकटिव सह- पाठ्यक्रम गतिविधियां शामिल थी, जो विद्यार्थियों में आत्म- विश्वास पैदा करने, उत्सुकता पैदा करने और लम्बे समय के कॅरियर सम्बन्धी लक्ष्य निश्चित करने के लिए तैयार की गई थीं। उन्होंने कहा कि सिवल सेवाओं, मैडीकल, कानून, रक्षा सेवा, इंजीनियरिंग, कारोबार और शिक्षा समेत अलग- अलग क्षेत्रों के प्रसिद्ध पेशेवरों और पूर्व विद्यार्थियों ने विद्यार्थियों को जीवन में उच्च सपने देखने और अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करने के लिए अपनी निजी सफ़रों, संघर्षों और सफलताओं की कहानियाँ सांझी की।
उन्होंने बताया कि कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से पी. एच. डी. प्राप्त और ऐमाज़ोन और ओरेकल के पूर्व तकनीकी पेशेवर डा. संदीप सिंह संधा ने फ़िरोज़पुर जिले के गाँव मल्लांवाला ख़ास स्थित स्कूल आफ एमिनेंस (एस. ओ. ई.) का दौरा किया और अपने संघर्ष के बारे बताते हुये विश्व स्तर पर उपलब्ध मौकों के बारे विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया।
स्कूल आफ एमिनेंस (एस. ओ. ई.) खमाणों कलाँ (फतेहगढ़ साहिब) के विद्यार्थियों को अनमोल सूझ प्रदान करते हुये पशु पालन, डेयरी विकास और मछली पालन विभाग के प्रमुख सचिव श्री राहुल भंडारी ने विद्यार्थियों को पढ़ने की आदत डालने और हमेशा कुछ नया सीखने के लिए उत्सुक रहने के लिए कहा, जो ज़िंदगी में सफलता की एकमात्र कुंजी है। उन्होंने बताया कि यह आदतें कैसे दृष्टिकोण को विशाल करती हैं, नवीनता को उत्साहित कर सकती हैं और अकादमिक और पेशेवर उत्कृष्टता प्राप्त करने का रास्ता साफ कर सकती हैं।
स्कूल आफ एमिनेंस (एस. ओ. ई.) फ़ीलख़ाना ( पटियाला) की छात्रा रही डी. एस. पी. करमजीत कौर ने स्कूल में आकर अपनी ज़िंदगी में आईं रुकावटों को दूर करने और पुलिस में उच्च पदों पर पहुँचने सम्बन्धी अपने शानदार सफ़र को सांझा किया। उन्होंने विद्यार्थियों को निडरता से अपने सपनों को साकार करने के लिए यत्नशील रहने के लिए प्रेरित किया।
स्कूल आफ एमिनेंस (लड़कियाँ) जंडियाला गुरू (अमृतसर) में माहिर सैशन के दौरान सीनियर मैडीकल अफ़सर डा. मनजीत सिंह रटौल ने विद्यार्थियों को एक सफल डाक्टरी कॅरियर अपनाने, मुकाबले की परीक्षाएं पास करने, जीवन में सर्वपक्षीय विकास के लिए स्वस्थ सेहत और अनुशासन को प्राथमिकता देने के बारे मार्गदर्शन किया।
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के फेकल्टी मैंबर प्रो. अमनदीप कौर धालीवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अमरीका तक के अपने शानदार सफ़र के साथ स्कूल आफ एमिनेंस, अजनाला ( अमृतसर) के विद्यार्थियों को प्रेरित किया। दृढ़ता और सख़्त मेहनत के द्वारा ज़िंदगी की रुकावटों को दूर करने वाली औरतों के बारे उनके भाषण से विद्यार्थियों ने अनमोल प्रेरणा हासिल की।
भारतीय फ़ौज के कर्नल एस. परमजीत सिंह ने एस. ओ. ई. छेहरटा ( अमृतसर) के विद्यार्थियों के साथ बातचीत की और उनको अनुशासन, समर्पण और लीडरशिप के कीमती सबक देते हुये देश की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने विद्यार्थियों को नेशनल डिफेंस अकैडमी और आई. ए. एस. अकैडमी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के बारे भी अवगत करवाया।
आई. आई. टी., वाराणसी में केमिकल इंजीनियरिंग की छात्रा मिस तमन्ना ने एस. ओ. ई., खरड़ के विद्यार्थियों को एक सरकारी स्कूल से आई. आई. टी. तक के अपने सफ़र के साथ प्रेरित किया और एक इंटरऐकटिव प्रश्न और उत्तर सैशन के द्वारा उनमें उत्साह और उत्सुकता पैदा की।
स. हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि माहिरों के 267 प्रेरनादायक सैशनों के इलावा स्कूलज़ आफ एमिनेंस में 146 रोल माडल टॉक्स ( ऐलूमनी) भी करवाई गई जिससे मुकाबले की परीक्षाओं की तैयारी और कैंपस जीवन के बारे विद्यार्थियों को प्रामाणिक सलाह दी जा सके। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में तर्कसंगत सोच, प्रभावशाली संचार और रचनात्मकता को उत्साहित करने के लिए अंग्रेज़ी अखबार पढ़ना, संवाद, विज़न बोर्ड तैयार करने और प्रेरनादायक फिल्में देखने सहित अलग-अलग गतिविधियां करवाई गई।
प्रोग्राम का अंत ‘मैक योर स्मर काउंट’ सैशन के साथ हुआ जो स्टडी ट्रेकिंग, लक्ष्य निर्धारित करने और पढ़ने के द्वारा कुछ नया सीखने वाली गर्मियों की छुट्टियों की योजना बनाने पर केंद्रित था।
विद्यार्थियों को जीवन में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए ज़रुरी मार्गदर्शन, सहायता और मौकों के साथ सशक्त बनाने के लिए पंजाब सरकार की वचनबद्धता दोहराते हुये शिक्षा मंत्री स. बैंस ने कहा कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी हर क्षेत्र में नयी बुलन्दियों को छूएंगें।