चंडीगढ़, 26 नवम्बर:
प्रसव के दौरान और नवजात बच्चों को बेहतर देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए, पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज “सृजन” मोबाइल ऐप लॉन्च की, जो एक अत्याधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म है और जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को गर्भावस्था, प्रसव के दौरान और जन्म के बाद व्यापक देखभाल प्रदान करने के लिए सक्षम बनाना है। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री के साथ मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-कम-विशेष सचिव स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पंजाब घनश्याम थोरी और निदेशक परिवार कल्याण डॉ. जसमिंदर कौर और डिप्टी निदेशक मदर एंड चाइल्ड हेल्थ डिवीजन डॉ. नवजोत भी मौजूद थे। बर्न हेल्दी प्रोग्राम के तहत जापाईगो द्वारा सृजन ऐप तैयार करने में पंजाब सरकार को सहयोग दिया गया है।
इस मौके पर जन समूह को संबोधित करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि एंड्रॉइड आधारित यह ऐप सहायक नर्स मिडवाइव्स (ए.एन.एम.) और मेडिकल अफसरों के लिए उच्च जोखिम वाली गर्भावस्थाओं को ट्रैक करके जन्म से पहले, प्रसव के दौरान और जन्म के बाद की देखभाल के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने कहा कि यह उच्च-जोखिम वाली गर्भावस्थाओं की पहचान, ट्रैकिंग और प्रबंधन को भी मजबूत करेगी, जिससे समय पर और उचित देखभाल को सुनिश्चित किया जा सकेगा। उन्होंने आगे कहा कि यह ऐप लाभार्थियों के लिए जन्म से पहले से लेकर प्रसव की अवधि तक निरंतर देखभाल की सुविधा भी प्रदान करती है।
उन्होंने कहा कि मोबाइल ऐप्लिकेशन को ब्लूटूथ के जरिए डिजिटल डिवाइसों से जोड़ा जा सकता है, जो लाभार्थी के मापदंडों को सीधे ऐप्लिकेशन पर ट्रांसफर करता है और किसी भी एंट्री की आवश्यकता नहीं होती। उन्होंने आगे कहा कि यह ऐप्लिकेशन ऐप पर दर्ज किए गए जरूरी तत्वों के आधार पर उच्च-जोखिम वाली गर्भावस्थाओं की पहचान कर उचित निर्णय लेने में मदद करती है और ए.एन.एम. के लिए कार्य योजना, एमसीपी कार्ड और डैशबोर्ड तैयार करने में भी मदद करती है।
मंत्री ने कहा कि उच्च-जोखिम वाली गर्भावस्थाओं को एम.ओ. ऐप में देखा जा सकता है, जिससे मरीज को तुरंत चिकित्सीय सहायता प्राप्त करने में मदद मिलेगी और एम.ओ. द्वारा किए गए इलाज को ऐप पर अपलोड किया जा सकता है, जो कि ऐप्लिकेशन का उपयोग करते हुए संबंधित ए.एन.एम. के पास चला जाएगा। उन्होंने कहा कि लेबर रूम में ऐप पर सारी जरूरी चीजें रिकॉर्ड की जा सकती हैं, जिससे किसी भी खतरे या बड़ी सुविधा में रेफर करने की आवश्यकता का पता लगाया जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्री ने पंजाब में प्रसव के दौरान होने वाली उच्च मृत्यु दर से निपटने की गंभीर आवश्यकता पर जोर दिया और माताओं और नवजात बच्चों के लिए मानक स्वास्थ्य देखभाल को सुनिश्चित करने की दिशा में इस पहल की सराहना की।
बताने योग्य है कि इस ऐप को प्रारंभिक तौर पर तरनतारन और गुरदासपुर जिलों में शुरू किया जाएगा और इसके परिणामों के आधार पर इसका विस्तार किया जाएगा। इस प्रोग्राम का उद्देश्य गर्भवती माताओं के लिए प्रक्रियाओं में सुधार करके कम वजन वाले बच्चों के जन्म में 10 प्रतिशत तक कमी लाना है।