चंडीगढ़, 27 अगस्त: मौजूदा बाढ़ संकट से निपटने के लिए तुरंत कार्रवाई करते हुए पंजाब सरकार ने राहत कार्यों की निगरानी और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु अपनी पूरी कैबिनेट को प्रभावित जिलों में लामबंद किया है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि स्थिति नियंत्रण में आने तक फील्ड में ही बने रहें। यह कदम सरकार की समन्वित और प्रभावशाली प्रतिक्रिया के प्रति वचनबद्धता को दर्शाता है।
कैबिनेट मंत्री आवश्यक आपूर्ति वितरण, निकासी प्रयासों के प्रबंधन और बाढ़ से विस्थापित लोगों की मूलभूत जरूरतों की सक्रिय रूप से देखरेख कर रहे हैं।
वर्तमान स्थिति का जायजा लेते हुए और संगरूर व मानसा जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को कॉन्फ्रेंस कॉल पर व्यापक निर्देश देते हुए वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने कहा, “हमारी पहली प्राथमिकता हर जीवन को बचाना और हर संपत्ति की रक्षा करना है।” उन्होंने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं के समाधान में कोई कमी न छोड़ी जाए।
इसी तरह, कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. रामदास, तरन तारन, श्री गोइंदवाल साहिब और अजनाला के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं, जबकि बरिंदर कुमार गोयल अजनाला, तरन तारन और श्री गोइंदवाल साहिब; गुरमीत सिंह खुड्डियां जिला कपूरथला के गांवों में; लाल चंद कटारूचक्क जिला पठानकोट के गांवों में; लालजीत सिंह भुल्लर भी तरन तारन में और हरदीप सिंह मुंडियां तहसील सुल्तानपुर लोधी के गांवों में राहत कार्यों की देखरेख कर रहे हैं।
सरकार बचाव क्षमताओं को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एन.डी.आर.एफ.) और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के साथ भी तालमेल कर रही है। प्रभावित आबादी को चिकित्सकीय सहायता, भोजन और आश्रय प्रदान करने के प्रयासों को प्राथमिकता दी जा रही है।