चंडीगढ़, 25 फरवरी
दिल्ली में भाजपा सरकार द्वारा पदभार ग्रहण करते ही बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें हटाने की निंदा करने वाला प्रस्ताव आज पंजाब विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से पारित किया गया। इस प्रस्ताव को कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा द्वारा पेश किया गया, जिसमें राष्ट्रीय नायकों का अपमान करने के लिए एनसीटी दिल्ली की भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की गई।
इससे पहले, शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने मांग की कि दिल्ली की भाजपा सरकार की इस कार्रवाई की निंदा करने वाला प्रस्ताव पंजाब विधानसभा में पारित कर देश के राष्ट्रपति को भेजा जाए।
दिल्ली की भाजपा सरकार की कार्रवाइयों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद देश की राजधानी ने बाबा साहेब अंबेडकर और दलित समुदाय का घोर अपमान होते देखा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि दिल्ली की भाजपा सरकार द्वारा सत्ता में आते ही बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीरें हटाना देश के दलितों का घोर अपमान है।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने इस मौके पर केंद्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद दलितों पर हो रहे अत्याचारों में चिंताजनक वृद्धि का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि संविधान से छेड़छाड़ के मद्देनजर भाजपा की मंशा को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं और दलित वर्ग की महिलाओं से बलात्कार जैसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।वित्त मंत्री ने कहा कि यह आशंका गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में डॉ. अंबेडकर के प्रति की गई अनादरपूर्ण टिप्पणी से और स्पष्ट हो गई, जिससे माहौल और खराब हुआ तथा अमृतसर में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा की बेअदबी हुई।
बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा की बेअदबी की ताजा कोशिश की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने दोषियों को शीघ्र पकड़ने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह कदम सरकार की न्याय बनाए रखने और बाबा साहेब अंबेडकर की विरासत की रक्षा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इसके बिल्कुल विपरीत, यदि पंजाब में भाजपा की सरकार होती, तो दोषियों को जवाबदेही से बचा लिया जाता।
वित्त मंत्री चीमा ने भाजपा द्वारा स्थापित संस्थाओं को कमजोर करने और ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ जैसी नीतियां लागू करने के प्रयासों की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि इससे लोकतांत्रिक सिद्धांतों और संविधान में निहित अधिकारों का हनन होता है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह उन अधिकारों को समाप्त करने की कोशिश कर रही है, जो बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर ने गरीबों और दलित समुदायों को प्रदान किए थे।
विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा द्वारा इस मुद्दे पर समर्थन देने के लिए धन्यवाद देते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने समाज के हाशिए पर रहे समुदायों के अधिकारों और सम्मान को कमजोर करने तथा न्याय और समानता के मूल्यों को सुरक्षित रखने के लिए बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा किए गए संघर्ष के खिलाफ की जा रही ऐसी कार्रवाइयों का एकजुट होकर विरोध करने की आवश्यकता पर जोर दिया। इस मौके पर विधायक डॉ. सुखविंदर कुमार सुख्खी और नछत्तर पाल सिंह ने भी एनसीटी दिल्ली की भाजपा सरकार की संकीर्ण मानसिकता की कड़ी आलोचना की।