ब्लैक बोर्ड से सत्ता के गलियारों तक: पंजाब ने सरकारी स्कूलों के टॉपर्स को बड़े सपने लेने और नेतृत्व करने के समक्ष बनाया

 

चंडीगढ़, 21 मई

पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने आज घोषणा की कि सरकारी स्कूलों के छात्रों द्वारा शैक्षणिक क्षेत्र में हासिल की उपलब्धियों का जश्न मनाने और उनमें नेतृत्व के गुण विकसित करने के लिए अहम कदम उठाते हुये मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने एक अनूठी पहल “एक दिन डी.सी./एस.एस.पी. के संग” शुरू की है जिससे इन होनहार युवाओं को वास्तविक प्रशासनिक कार्य प्रणाली, अनुशासन और जन सेवा के बारे में सार्थक समझ प्रदान की जा सके।

इस पहल की जानकारी देते हुए स. हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि ‘एक दिन डी.सी./एस.एस.पी. के संग’ के तहत हर ज़िले के 10वीं और 12वीं कक्षा के 3-3 (कुल 6) टॉपर्स अपने ज़िले के डिप्टी कमिश्नर और एस.एस.पी. से मुलाकात करेंगे। उन्होंने बताया कि यह अनुभव छात्रों को प्रशासन और कानून लागूकरन में निभाई जाने वाली लीडरशिप भूमिकाओं के बारे में जानकारी देते हुये उनको समर्पण, कड़ी मेहनत और जिम्मेदारी का सीधा अनुभव देगा। इससे उन्हें जन सेवा और शासन में मूल्यवान सीख मिलेगी।

शिक्षा मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि इस कदम का मुख्य उद्देश्य होनहार छात्रों को प्रेरित करना और सक्षम बनाना है, ताकि उनके भीतर कुछ कर दिखाने और अपने लक्ष्य प्राप्ति की चिंगारी जले। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक कार्य प्रणाली और नेतृत्व की दुनिया में अपने आपको शामिल करके ये युवा प्रशासनिक कामकाज, लोक सेवा और समाज को नया स्वरूप देने में नेतृत्व की भूमिका के महत्व को समझेंगे।

स. हरजोत सिंह बैंस ने कहा, “हम अपने छात्रों को अनुभवी अधिकारियों से सीखने का एक मंच प्रदान कर रहे हैं, जो उन्हें जन सेवा में अपना करियर तलाशने के लिए प्रोत्साहित करेगा और जिम्मेदारी तथा नागरिक सहभागिता की भावना जागृत करने के साथ-साथ बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिये कौशल प्राप्त करने हेतु उत्साहित करेगा।” उन्होंने कहा कि जब ये छात्र इस अनूठे सफर का अनुभव करेंगे, तो वे इससे सीख लेकर अपने व्यक्तित्व विकास और अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त करते हुए इसका पूरा आनंद लेंगे।

उन्होंने बताया कि सुयोग्य ढंग से तैयार किये गये इस प्रोग्राम के तहत कई तरह की गतिविधियां शामिल  होंगी, जिनमें शिकायत निवारण सत्र, साइबर सेल संचालन, योजनाबद्ध बैठकें, विकास परियोजनाओं के लिए फील्ड विज़िट और अन्य संबंधित व्यस्तताओं जैसी वास्तविक प्रशासनिक व पुलिसिंग गतिविधियों से सीख लेना शामिल होगा। इसके अलावा छात्र अधिकारियों के साथ दोपहर भोज का भी आनंद लेंगे, जो छात्रों को अपनी इच्छाएं साझा करने और करियर मार्गदर्शन प्राप्त करने का एक खुला मंच प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के अंत में, छात्रों को भागीदारी का प्रमाण पत्र, एक प्रेरणादायक किताब या डायरी और अधिकारी के साथ ली गई समूह तस्वीर भेंट कर सम्मानित किया जाएगा। इसी तरह छात्रों द्वारा प्राप्त किये गये अनुभवों के बारे में जानने के लिए एक विस्तृत फीडबैक और सलाह सैशन भी आयोजित किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि इस पहल के अनुभवों को दस्तावेज़ी रूप देने के लिए हर ज़िले के अधिकारियों द्वारा छात्रों के विचारों से लैस एक लिखित नोट तैयार किया जायेगा, जिसे आगे “ज़िला मेरिट बुकलेट” के रूप में तैयार किया जाएगा। स्कूलों से भाग लेने वाले छात्रों को अपने अनुभव साथी छात्रों के साथ साझा करने का भी न्योता दिया जाएगा, ताकि बाकी छात्रों में भी इच्छाएं पैदा करने सहित कुछ कर गुजरने की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सके।

स. बैंस ने छात्रों को गहरी समझ और प्रेरणादायक मार्गदर्शन प्राप्त करने की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छात्र खोज, व्यक्तित्व विकास और प्रेरणा से भरे इस दिन का अधिकतम लाभ उठाएंगे और यह दिन उनके जीवन पर अमिट छाप छोड़ते हुए उन्हें एक सशक्त नेता के रूप में उभरने में उनके भविष्य को आकार देगा।

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