किसानों और कृषि विभाग ने नरमे जाति को पुनर्जीवित करने और फसल पर गुलाबी सुंडी के किसी भी संभावित खतरे को रोकने के लिए कमर कस ली है। इसलिए जिला फाजिल्का में गुलाबी सुंडी की रोकथाम के लिए कृषि विभाग द्वारा 43 कीट निगरानी टीमें गठित की गई हैं। यह जानकारी जिले के उपायुक्त सेनु दुग्गल की तरफ से दी गई है।
उन्होंने कहा कि जिले में इस बार करीब डेढ़ लाख एकड़ भूमि पर खेती की गयी है। पिछले अनुभव को देखते हुए गुलाबी सुंडी रोग के संभावित खतरे से बचने के लिए कृषि विभाग व किसानों द्वारा अभी से ही योजना बनाना शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि मण्डल स्तर पर 38, ब्लाक स्तर पर 4 तथा जिला मुख्यालय स्तर पर एक टीम का गठन किया गया है। जो सप्ताह में दो दिन मंगलवार व गुरुवार को खेतों में नरमे की फसल का जायजा लेंगे। इस बीच यदि कहीं भी गुलाबी सुंडी के आक्रमण के संकेत मिले तो तत्काल तदनुसार किसानों को एडवाइजरी जारी कर प्रारंभिक स्तर पर ही आक्रमण को रोका जाएगा।
इसके साथ ही डीसी ने किसानों से भी अपील की कि वे नरमे की फसल का नियमित सर्वेक्षण करते रहें और अगर उन्हें किसी तकनीकी जानकारी की जरूरत है तो वे अपने ब्लॉक कृषि कार्यालयों से संपर्क कर सकते हैं।