लुधियाना—लुधियाना के जंडियाली स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल के हेड टीचर नरिंदर सिंह ने अपनी अनूठी पहलों और समर्पण से पंजाब का नाम रोशन किया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को घोषित सूची में उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए चुना है।
इस साल पंजाब से यह सम्मान पाने वाले वे एकमात्र शिक्षक हैं। नरिंदर सिंह को यह पुरस्कार 5 सितंबर, शिक्षक दिवस पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रदान किया जाएगा।
नरिंदर सिंह ने सरकारी स्कूलों की परंपरागत छवि को बदलने के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने 2008 में सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पहला समर कैंप शुरू किया, जो शिक्षा प्रणाली में नई मिसाल बना। जब 2006 में उन्होंने यह स्कूल जॉइन किया था, तब यहां सिर्फ 3 कमरे और 174 छात्र थे।
आज उनके नेतृत्व में स्कूल में 800 छात्र और 15 एयर-कंडीशन्ड स्मार्ट क्लासरूम हैं। उनकी इसी लगन और प्रयासों के लिए उन्हें 2012 में राज्य पुरस्कार से नवाजा गया था। लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर यह पहचान उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
नैतिक मूल्यों और व्यावहारिक शिक्षा पर जोर
इस सम्मान पर खुशी जाहिर करते हुए नरिंदर सिंह ने कहा कि मैं हमेशा चाहता था कि मेरे छात्र न केवल शैक्षणिक रूप से बल्कि नैतिक मूल्यों के साथ भी आगे बढ़ें। मोबाइल और ओपन लाइब्रेरी से लेकर ‘ईमानदारी की दुकान’ तक, जहां बच्चे बिना दुकानदार के स्टेशनरी खरीदते हैं, हर पहल हमारी कोशिश का हिस्सा है।” स्कूल में एक ट्रैफिक ट्रेनिंग पार्क भी है, जहां बच्चे व्यावहारिक रूप से सड़क अनुशासन सीखते हैं।