चंडीगढ़, 26 नवंबर:
पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री स गुरमीत सिंह खड्डियाँ ने बताया कि एस.बी.एस. नगर जिले से हाल ही में जब्त की गई डाईमोनियम फास्फेट (डी.ए.पी.) खाद की 23 बोरियों (प्रत्येक 50 किलो) के बाद खाद की लैब टेस्ट रिपोर्ट में जब्त किए गए स्टॉक में नाइट्रोजन और फास्फोरस की बड़ी कमी दर्ज की गई है।
कृषि मंत्री स गुरमीत सिंह खड्डियाँ ने बताया कि डी.ए.पी. में सामान्यतः 18% नाइट्रोजन, 46% फास्फोरस और 39.5% पानी में घुलनशील फास्फोरस होता है। उन्होंने बताया कि लैब टेस्ट रिपोर्ट के अनुसार खाद में केवल 2.80% नाइट्रोजन, 16.23% फास्फोरस और 14.10% पानी में घुलनशील फास्फोरस की मात्रा का पता चला है।
जानकारी के अनुसार, जिले के किसानों ने डी.ए.पी. खाद को महंगे दामों पर बेचे जाने की शिकायत की थी, जिसके बाद कृषि विभाग की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर गांव उड़ापड़, जिला एस.बी.एस. नगर में मैसर्स सिंह ट्रेडर्स के मालिक हरकीरत सिंह के घर छापा मारा और छापेमारी के दौरान गैर-कानूनी तरीके से स्टोर की गई डी.ए.पी. की 23 बोरियां बरामद कीं।
यह भी बताया गया कि हरकीरत सिंह के खिलाफ 14 नवंबर को थाना औड़ (एस.बी.एस. नगर) में आवश्यक वस्तु कानून, 1955 की धारा 3(2) सी, डी और खाद (नियंत्रण) आदेश, 1985 की धाराएं 5, 7, और 3(3) के तहत एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। कृषि विभाग ने जब्त की गई डी.ए.पी. खाद के नमूनों को खाद गुणवत्ता नियंत्रण लैब, लुधियाना को भेजा था, जिनसे प्राप्त रिपोर्ट में बरामद की गई खाद का स्टॉक घटिया गुणवत्ता का पाया गया।
स गुरमीत सिंह खड्डियाँ ने राज्य के किसानों के हितों की रक्षा के लिए मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए चेतावनी दी कि इस घोटाले में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कृषि मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को राज्य भर में खाद और बीजों की जांच संबंधी विशेष अभियान को तेज करने के लिए भी कहा।