नशे के छठे दरिया को रोकने के लिए भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा बड़े और महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। एक तरफ जहां नशा तस्करों की संपत्ति जब्त की जा रही है, वहीं नशे पर लगाम लगाने के लिए विभागों को त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। इसी प्रकार, पंजाब के मुख्य सचिव श्री अनुराग वर्मा ने नशे के दानव पर नियंत्रण के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा जारी निर्देशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है।
दरअसल, आज नार्को कोऑर्डिनेशन सेंटर की राज्य स्तरीय बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता मुख्य सचिव श्री वर्मा ने की। इस बीच, उन्होंने पंजाब पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) से बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले नशा तस्करों पर नजर रखने और उनके द्वारा किए गए अपराधों के लिए सख्त सजा सुनिश्चित करने को कहा है। उन्होंने कहा कि आदतन अपराधियों को दंडित करने के लिए एनडीपीएस अधिनियम के कड़े प्रावधानों का प्रचार-प्रसार करना समय की मांग है।
इसके साथ ही मुख्य सचिव ने कहा कि अधिकारी नशा तस्करों की संपत्ति जब्त करने के संबंध में मुख्यमंत्री पंजाब के आदेशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करें। आम लोगों के सहयोग से नशे के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन बनाया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने राज्य भर में दवा दुकानों पर निगरानी बढ़ाने की जरूरत पर जौर देते हुए कहा कि बार-बार कानून का उल्लंघन करने वाले दवा विक्रेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए और उनके लाइसेंस रद्द किये जाने चाहिए।
इसके सिवा श्री वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार स्कूलों और कॉलेजों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए और साथ ही जागरूकता गतिविधियाँ भी बड़े पैमाने पर शुरू की जानी चाहिए ताकि युवाओं की असीमित ऊर्जा का रचनात्मक उपयोग किया जा सके।