रोजी-रोटी की तलाश में भारत के युवा अक्सर विदेशों का रुख करते हैं, लेकिन इसी बीच ट्रैवल एजेंटों की धोखाधड़ी के कारण युवाओं को शर्मिंदा भी होना पड़ता है। कई बार युवा एजेंटों की धोखाधड़ी का शिकार होकर ऐसे देशों में पहुंच जाते हैं, जहां से लौटने का कोई रास्ता नहीं होता। लेकिन भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत पंजाब पुलिस इन ट्रैवल एजेंटों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम कर रही है ताकि कोई अन्य युवा इन ठगों का शिकार न बन सके।
दरअसल, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार पंजाब पुलिस की साइबर क्राइम डिवीजन ने दो ट्रैवल एजेंटों को गिरफ्तार किया है, जो अवैध रूप से लोगों को मानव तस्करी के लिए पंजाब से कंबोडिया और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में भेज रहे थे। यह जानकारी बुधवार को डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने साझा की।
उन्होंने कहा कि मोहाली में वीजा पैलेस इमिग्रेशन के मालिक अमरजीत सिंह और उनके एक सहयोगी गुरजोध सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। जो पंजाब से लेकर कंबोडिया तक अनुभवहीन लोगों को डाटा एंट्री का काम भेजता था। इसके बाद कंबोडिया के सियाम रीप पहुंचने पर उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए जाते हैं और फिर उन्हें साइबर वित्तीय धोखाधड़ी के लिए भारतीयों को निशाना बनाने के लिए साइबर स्कैमिंग कॉल सेंटर में काम करने के लिए मजबूर किया जाता है।
डीजीपी ने कहा कि ट्रैवल एजेंट धोखाधड़ी के शिकार एक व्यक्ति ने कंबोडिया स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क किया था। जिसके बाद राज्य साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जिसके बाद प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी इससे पहले भी कई लोगों को फर्जी तरीके से कंबोडिया और अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में भेज चुके है।