Audit Day at Lake Club: महानिदेशक लेखापरीक्षा (रक्षा सेवाएँ) चंडीगढ़ ने चंडीगढ़ में तैनात यूटी और भारत सरकार के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक बातचीत का आयोजन किया। पंजाब के माननीय राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़ के प्रशासक, श्री बनवारीलाल पुरोहित, और माननीय अध्यक्ष, हरियाणा विधानसभा, श्री ज्ञान चंद गुप्ता, क्रमशः मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथि के रूप में इस अवसर पर उपस्थित थे। एनजेडसीसी के गजल गायकों और पुलिस बैंड ने शाम में चार चांद लगा दिए।
पंजाब के माननीय राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़ के प्रशासक, श्री बनवारीलाल पुरोहित ने ट्राइसिटी में यातायात प्रबंधन विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह प्रदान किये।
16 नवंबर, 2023 को; भारत की माननीय राष्ट्रपति, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने तीसरे ऑडिट दिवस का उद्घाटन किया, जो भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक संस्थान की ऐतिहासिक स्थापना और सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही में इसके योगदान को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। पिछले कई वर्षों से यह उस दिन की याद दिलाता है जब 1860 में पहले महालेखा परीक्षक ने भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक कार्यालय का कार्यभार संभाला था। इस अवधि के दौरान, देश के लोकतंत्र और शासन को मजबूत करने के लिए भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक की भूमिका व्यापक जिम्मेदारियों को संभालने के लिए विकसित हुई है।
भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक केंद्र और राज्य सरकारों की आय और व्यय के ऑडिट के लिए जिम्मेदार है। यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 148 के अनुसार स्थापित किया गया है और सरकारी स्वामित्व वाले निगमों का वैधानिक लेखा परीक्षक भी है। यह उन सरकारी कंपनियों का पूरक ऑडिट भी करता है जहां सरकार की इक्विटी हिस्सेदारी 51% या उससे अधिक है।
सामाजिक क्षेत्र की योजनाओं के लिए आवंटित बजट में वृद्धि के साथ सीएजी की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो गई है।
संगठन के रूप में भारत के नियन्त्रक एवं महालेखापरीक्षक ऐसे कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए कार्यपालिका को सलाह देने के उद्देश्य से सामाजिक कार्यक्रमों पर अधिक से अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है ताकि परिकल्पित परिणाम समय पर हासिल किए जा सकें