जमीन-नौकरी मामले में लालू यादव और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कम होने के संकेत नहीं दिख रहे हैं। दरअसल इस मामले में सीबीआई ने राजद सुप्रीमो लालू यादव और 77 अन्य आरोपियों के खिलाफ अंतिम आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। आरोप पत्र में शामिल आरोपियों में 38 उम्मीदवार भी शामिल हैं, इस मामले में लालू यादव के अलावा राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव का नाम भी शामिल है। सीबीआई ने अदालत को बताया कि वह सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी का इंतजार कर रही है। इसके बाद विशेष सीबीआई अदालत छह जुलाई को दाखिल आरोपपत्र पर विचार करेगी।
गौरतलब है कि 4 अक्टूबर 2023 को कोर्ट ने जमीन-नौकरी घोटाला मामले में नई चार्जशीट के सिलसिले में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी और अन्य को जमानत दी थी। सीबीआई के मुताबिक, लैंड फॉर जॉब मामले में दायर दूसरी चार्जशीट में तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव, पश्चिम मध्य रेलवे (डब्ल्यूसीआर) के तत्कालीन जीएम, डब्ल्यूसीआर के दो सीपीओ, निजी व्यक्ति शामिल हैं। एक निजी कंपनी समेत 17 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
दरअसल, लालू यादव पर 2004-2009 के दौरान रेल मंत्री रहते हुए रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी पदों पर नियुक्ति के बदले में अपने परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों के नाम पर जमीन हस्तांतरित करके वित्तीय लाभ लेने का आरोप है। यह भी आरोप है कि जोनल रेलवे में ऐसी नियुक्तियों के लिए कोई विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना जारी नहीं की गई थी, फिर भी पटना में रहने वाले व्यक्तियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में स्थित विभिन्न जोनल रेलवे में अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था।