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चंडीगढ़, 20 अगस्त –
पंजाब के मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान ने उभरते खिलाड़ियों को ओलंपिक और अन्य अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने योग्य बनाने के लिए 13,000 अति आधुनिक ग्रामीण खेल मैदान बनाने की योजना लागू की है। इस संबंध में जानकारी देते हुए ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री स तरुनप्रीत सिंह सौंद ने बताया कि पहले चरण के तहत गाँवों में 3,073 खेल मैदानों के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है।
स सौंद ने कहा कि खेल बुनियादी ढाँचे के विकास अथवा युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए इससे पहले कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए थे, लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल मैदान बनने से खेल संस्कृति को प्रोत्साहन मिलेगा और युवाओं को नशे की बुराई से दूर रखने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई नशा-विरोधी मुहिम “युद्ध नशों विरुद्ध” के चलते राज्य की स्थिति लगातार बदल रही है और खेल मैदानों के क्रियाशील होने के बाद युवा नशे की लत को हमेशा के लिए त्याग देंगे। उन्होंने कहा कि खेल मैदानों से युवाओं की रुचि खेलों में जगेगी और वे स्वतः ही बुरी आदतों से दूर हो जाएंगे।
पंचायत मंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार युवाओं को रोज़गार के अवसर और विश्वस्तरीय खेल सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिभावान खिलाड़ियों को उभरते खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए कोच के रूप में नियुक्त किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार राज्य की खोई हुई शान को बहाल करने के अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़ेगी।
गौरतलब है कि पंजाब देश का पहला राज्य है, जिसने खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से पहले तैयारी हेतु वित्तीय सहायता प्रदान की है, जिसके सकारात्मक नतीजे सामने आ चुके हैं। अब ग्रामीण खेल मैदानों के माध्यम से पंजाब अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर नए मील के पत्थर स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। स सौंद ने आशा व्यक्त की कि पंजाब सरकार के प्रयास सफल होंगे और पंजाब के युवा हर क्षेत्र में राज्य का नाम रोशन करेंगे।