चंडीगढ़, 18 अगस्त:
पंजाब के पर्यटन और सांस्कृतिक मामले मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने कहा है कि श्री गुरु तेग बहादर जी की बेमिसाल शहादत को समर्पित कार्यक्रम पंजाब भर में बड़े स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से नवें पातशाह और हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहीदी दिवस को यादगार कार्यक्रमों के रूप में मनाने के अहम फैसले के तहत श्री आनंदपुर साहिब, श्री अमृतसर साहिब, बाबा बकाला और पटियाला में प्रशासनिक और अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों के साथ बैठकें पूरी की गई हैं।
गौरतलब है कि इन कार्यक्रमों की योजना और प्रबंधों के लिए पंजाब सरकार ने पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले विभाग को नोडल विभाग नामित किया है। तरुनप्रीत सिंह सौंद और विभाग के सलाहकार दीपक बाली ने संबंधित जिलों के विधायक, अधिकारी, काउंसलर, व्यापारी प्रतिनिधियों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ महत्वपूर्ण बैठकें की हैं।
सौंद ने बताया कि 350वां शहीदी दिवस 19 नवंबर से 25 नवंबर 2025 तक राज्य स्तरीय कार्यक्रमों के जरिए मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पंजाब में 135 स्थान श्री गुरु तेग बहादर साहिब की चरण छोह प्राप्त हैं, जिनमें सबसे अधिक 35 स्थान पटियाला जिले में स्थित हैं। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर साहिब जैसी कुर्बानी की मिसाल दुनिया में और कहीं नहीं मिलती। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई में पंजाब सरकार समूह संगत के सहयोग से गुरु साहिबान के दर्शन को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के लिए बड़े कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
तरुनप्रीत सिंह सौंद ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से सूबे में गुरु साहिब से संबंधित सभी पवित्र स्थानों पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम करवाने के अलावा इन गांवों और शहरों का विकास भी बड़े स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान चार स्थानों से यात्राएं श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेंगी, जो राज्य के लगभग सभी जिलों और प्रमुख शहरों से होकर श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगी।
उन्होंने बताया कि विरासत-ए-खालसा में 23 नवंबर को श्री अखंड पाठ साहिब का आरंभ होगा, जिसमें देश-विदेश से प्रमुख हस्तियां और धार्मिक व्यक्तित्व शामिल होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि श्री आनंदपुर साहिब में आने वाली संगत के ठहरने के लिए टेंट सिटी और विभिन्न धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए आने-जाने हेतु ई-रिक्शा की व्यवस्था होगी। इसके अलावा पंजाब के चार बड़े शहरों श्री आनंदपुर साहिब, श्री अमृतसर साहिब, बाबा बकाला और पटियाला को पूरी तरह रोशनी से सजाया जाएगा।