आप पंजाब अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने जालंधर ग्रेनेड हमले का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा की आलोचना की

चंडीगढ़, 8 अप्रैल

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने जालंधर में पूर्व भाजपा मंत्री मनोरंजन कालिया के आवास पर ग्रेनेड हमले का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की कड़ी आलोचना की है। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए अरोड़ा ने पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस के खिलाफ जाखड़ द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों को गैर-जिम्मेदाराना और राजनीति से प्रेरित बताया।

अरोड़ा ने मामले की जांच में पंजाब पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हमले के 12 घंटे के भीतर पुलिस ने दो अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया और शुरुआती जांच में पता चला कि हमले का मास्टरमाइंड जीशान अख्तर था। अरोड़ा ने कहा कि पुलिस की यह अनुकरणीय कार्रवाई पंजाब की सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।”

उन्होंने सुनील जाखड़ पर राज्य में कानून-व्यवस्था के बिगड़ने का झूठा आरोप लगाकर पंजाब सरकार को जानबूझकर बदनाम करने आरोप लगाया। अरोड़ा ने कहा, “यह शर्मनाक है कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना करने के बजाय जाखड़ ने तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए निराधार प्रचार करना चुना।”

आप नेता ने पंजाब में अशांति पैदा करने के लिए ऐसी घटनाओं का राजनीतिकरण करने के भाजपा के पैटर्न को भी उजागर किया। उन्होंने जाखड़ की मंशा पर सवाल उठाया और भाजपा पर पंजाब की प्रतिष्ठा को बार-बार धूमिल का आरोप लगाया। अरोड़ा ने कहा, “भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे पंजाब के लोगों के साथ हैं या उनके खिलाफ। राज्य को लगातार बदनाम करना पंजाब के प्रति उनके गलत रवैया को दर्शाता है।

अरोड़ा ने लॉरेंस बिश्नोई के साथ भाजपा के कथित संबंधों पर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जानबूझकर सीआरपीसी की धारा 268(1) का इस्तेमाल किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लॉरेंस बिश्नोई गुजरात की साबरमती जेल में बंद रहे, जहां वह बिना किसी रोक-टोक के अपने आपराधिक नेटवर्क को संचालित करता रहे। भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की सीधी निगरानी में होने के बावजूद, बिश्नोई को खुलेआम धमकियां देने और अपराध करने की अनुमति दी गई है, जिससे भाजपा की मंशा और जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठते हैं।

अरोड़ा ने कहा, “जीशान अख्तर, जिसका नाम कई मामलों में सामने आया है। वह बाबा सिद्दीकी की हत्या में शामिल था और अब वह एक वांटेड व्यक्ति है। इसके अलावा पिछले महीने ही 16 मार्च को जब जालंधर स्थित यू ट्यूबर रोजर संधू के घर पर हमला किया गया था जिसकी पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी ने खुले तौर पर जिम्मेदारी ली थी। भट्टी ने हमले की साजिश रचने के लिए जीशान अख्तर को सार्वजनिक रूप से धन्यवाद भी दिया था। पाकिस्तान की आईएसआई के प्रभाव में काम करने वाला शहजाद भट्टी पंजाब की शांति और सद्भाव को बाधित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। शहजाद भट्टी और लॉरेंस बिश्नोई के बीच एक हुई वीडियो कॉल भी पिछले दिनों वायरल हुई थी। ये संबंध स्पष्ट रूप से जीशान अख्तर, शहजाद भट्टी और लॉरेंस बिश्नोई के बीच सांठगांठ को दर्शाते हैं, और बिश्नोई को भाजपा का संरक्षण प्राप्त है।”

अमन अरोड़ा ने सवाल किया, “अगर भाजपा नेता पंजाब की सुरक्षा की चिंता करने का दावा करते हैं, तो गुजरात में बिश्नोई जैसे खतरनाक अपराधी कारवाई करने के बजाय उसे बचाया क्यों जा रहा है? अरोड़ा ने भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए अपराधियों को बचाने और बेबुनियाद बातों से पंजाब की छवि खराब करने का आरोप लगाया।

अमन अरोड़ा ने अकाली-भाजपा और कांग्रेस सरकारों के दौरान हत्याओं, हाई-प्रोफाइल अपराधों और कानून-व्यवस्था की विफलताओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आरएसएस नेता रविंदर गोसाई और जगदीश गगनेजा की हत्या, पादरी सुल्तान मसीह की हत्या, रणजीत सिंह ढडरियां पर हमला, डेरा सच्चा सौदा के दो अनुयायियों सतपाल और उनके बेटे रमेश की हत्या, आरएसएस स्वयंसेवक नरेश कुमार पर हमला, हिंदू तख्त प्रमुख अमित शर्मा की दिनदहाड़े हत्या, माता चंद कौर की हत्या का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा और कांग्रेस दोनों सरकारें पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने में बुरी तरह विफल रहीं, जो अपराधियों और साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने में उनकी अक्षमता, लापरवाही और इच्छाशक्ति की कमी को दर्शाती है। वहीं आप सरकार ने कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं।

जाखड़ के दावों का खंडन करते हुए अरोड़ा ने कहा कि मान सरकार पंजाब में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार काम कर रही है। उन्होंने अपराध को नियंत्रित करने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने में हाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और हिंसक तत्वों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति को दोहराया।

अरोड़ा ने सुनील जाखड़ और अन्य भाजपा नेताओं से जिम्मेदारी से काम करने और अपने राजनीतिक एजेंडे से ऊपर पंजाब के हितों को प्राथमिकता देने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर सभी दलों से सहयोग और समर्थन की आवश्यकता होती है। इसलिए ऐसे गैर-जिम्मेदाराना आरोप लगाकर राजनीतिक लाभ हासिल करने के प्रयास करना सही नहीं है।

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