डेराबस्सी (मोहाली), 6 मार्च
‘सेहतमंद पंजाब’ मिशन की सफलता का उल्लेख करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य सरकार द्वारा लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने की गारंटी को सफलतापूर्वक पूरा किया जा रहा है, ताकि कोई भी पंजाबी इलाज से वंचित न रहे।
आज यहाँ श्री सुखमणि इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च का नींव पत्थर रखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल किसी भी समृद्ध समाज की रीढ़ होती है और राज्य सरकार इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। उन्होंने कहा कि बेहतर मेडिकल शिक्षा प्रणाली यह सुनिश्चित करती है कि हम न केवल कुशल डॉक्टर तैयार करें, बल्कि एक मजबूत स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली भी विकसित करें, जिससे लोगों की जरूरतों को पूरा किया जा सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार विभिन्न जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रही है ताकि हमारे बच्चे यहीं पर चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करके लोगों की सेवा कर सकें।
स्वास्थ्य क्षेत्र की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब में 881 आम आदमी क्लीनिक स्थापित किए गए हैं, जिन्होंने राज्य में स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली में क्रांति ला दी है।
डेराबस्सी में बनने वाले इस मेडिकल कॉलेज के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मोहाली जिले का दूसरा मेडिकल कॉलेज होगा। इससे पहले मोहाली में डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की स्थापना की गई थी। मेडिकल कॉलेज के महत्व पर जोर देते हुए भगवंत सिंह मान ने कहा कि नींव पत्थर रखने से हम सिर्फ एक इमारत नहीं बना रहे हैं, बल्कि ‘सेहतमंद पंजाब’ के लिए एक और मील का पत्थर स्थापित कर रहे हैं। इस मेडिकल संस्थान के बनने से न केवल क्षेत्र के लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त होंगी, बल्कि एम.बी.बी.एस. की सीटों में वृद्धि होने से हमारे बच्चे चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
इस अवसर पर श्री सुखमणि इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘लम्हे-2025’ में विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएँ देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा मेले युवाओं के समग्र व्यक्तित्व विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा, “युवा मेलों ने मुझे एक कलाकार के रूप में और अब एक राजनेता के रूप में जीवन में ऊँचाइयाँ हासिल करने में मदद की है। युवाओं को भी अपने व्यक्तित्व विकास के लिए इन मंचों का सही उपयोग करना चाहिए।”
अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने विभिन्न युवा मेलों में प्रदर्शन किया और अपने कॉलेज के लिए ट्रॉफियाँ जीतीं। भगवंत सिंह मान ने कहा, “जीतना ही मेरा एकमात्र जुनून है और जीत के लिए मैंने हमेशा सकारात्मक सोच रखी है। नकारात्मक सोच रखने वाले लोगों की संगति से बचना चाहिए। युवाओं को भी दृढ़ संकल्प के साथ काम करना चाहिए और मेहनत में विश्वास रखना चाहिए, क्योंकि यही सफलता की कुंजी है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह हवाई अड्डों पर रनवे विमान को सही ढंग से उड़ान भरने के लिए सहायक होता है, उसी तरह राज्य सरकार युवाओं को उनके सपनों को साकार करने में मदद कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवाओं के विचारों को उड़ान देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और इस नेक कार्य में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने युवाओं से समाज में अपनी अलग पहचान बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी जीत पर अहंकार न करें, बल्कि विनम्रता के साथ काम करें और अधिक सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण प्रत्येक व्यक्ति के व्यक्तित्व के मूल गुण होने चाहिए, लेकिन इसमें अहंकार नहीं होना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हर क्षेत्र में सफलता की कहानी लिखने के लिए यही कुंजी है और इसे सही मायनों में लागू किया जाना चाहिए।