’युद्ध नशों  विरुद्ध’ मुहिम का उद्देश्य पंजाब और पंजाब की युवा पीढ़ी को सुरक्षित बनाना: लालजीत सिंह भुल्लर

 

चंडीगढ़, 6 मार्च

मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘युद्ध नशों  विरुद्ध’ मुहिम का उद्देश्य पंजाब और पंजाब की युवा पीढ़ी को नशे की बर्बादी से बचाना है। यह बात कैबिनेट उप-समिति के सदस्य एवं पंजाब के परिवहन और जेल मंत्री स लालजीत सिंह भुल्लर ने फिरोजपुर जिले के सिविल और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कही।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने पुलिस और सिविल प्रशासन को निर्देश दिया कि ‘युद्ध नशों  विरुद्ध’ मुहिम में जनता की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने नशा छुड़ाने से जुड़ी गतिविधियों की समीक्षा की और इन पहलों को और प्रभावी बनाने के लिए निर्देश दिए।

उन्होंने ग्राम पंचायतों और सरपंचों से अपील की कि वे ग्राम सभाओं में नशा तस्करों की जमानत न करवाने संबंधी प्रस्ताव पारित करें। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए और उनकी जमानत के लिए नंबरदार और सरपंच गवाही न दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि नशे की समस्या को सख्ती से और जनता के सहयोग से समाप्त किया जा सकता है।

कैबिनेट मंत्री ने जिले के सिविल और पुलिस अधिकारियों को युवाओं को शैक्षिक प्रतियोगिताओं, खेलों, सांस्कृतिक और स्वस्थ जीवनशैली से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और उनके नशे के कारोबार से अर्जित सभी संपत्तियों को जब्त किया जाए।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सरपंचों को निजी सुरक्षा के लिए हथियार लाइसेंस जारी किए जाएं, ताकि वे नशा तस्करों से अपनी सुरक्षा कर सकें। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नशा तस्करों को या तो पंजाब छोड़ना होगा या फिर नशे का धंधा बंद करना होगा।

बैठक के दौरान विधायक रणबीर सिंह भुल्लर, एडवोकेट रजनीश दहिया और फौजा सिंह सरारी ने अपने विचार व्यक्त किए और राज्य सरकार द्वारा नशे के खिलाफ उठाए जा रहे कदमों का समर्थन किया।

इससे पहले, कैबिनेट मंत्री ने ‘युद्ध नशों  विरुद्ध’ मुहिम के तहत जिला प्रशासन द्वारा तैयार किए गए ‘वॉर रूम’ का दौरा किया और इस पहल की सराहना की।

डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा ने मंत्री को आश्वस्त किया कि फिरोजपुर जिला प्रशासन पूरी प्रतिबद्धता और आपसी समन्वय से ‘युद्ध नशों  विरुद्ध’ मुहिम को सफल बनाने में जुटा है। उन्होंने कहा कि हम निर्धारित समय में फिरोजपुर को नशा मुक्त जिला बनाएंगे।

इस अवसर पर डी.आई.जी. स्वप्पन शर्मा ने पुलिस द्वारा सीमा जिले में की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी।

एस.एस.पी. फिरोजपुर भूपिंदर सिंह सिद्धू ने कैबिनेट मंत्री को अवगत कराया कि पिछले 6 दिनों में पुलिस कार्रवाई के दौरान 23 एफआईआर दर्ज की गईं, 31 गिरफ्तारियां हुईं, 7.5 किलो हेरोइन, 4070 नशीली गोलियां, 1 ड्रोन और 1 पिस्टल बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि तस्करों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई भी जारी है।

बैठक के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार नशे के कारोबार को पूरी तरह समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि सीमा पार से नशे की तस्करी को रोकने के लिए जल्द ही सीमा जिलों की पुलिस को एंटी-ड्रोन तकनीक से लैस किया जाएगा।

कैबिनेट मंत्री भुल्लर ने इस मौके पर सीमा गांवों में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने वाले युवाओं को नशा विरोधी स्लोगन वाली टी-शर्ट देकर सम्मानित किया।

इसके अलावा, बी.एस.एफ. (सीमा सुरक्षा बल) ने जिला प्रशासन की नशा विरोधी मुहिम में सहयोग करने के लिए एक विशेष प्री-रिक्रूटमेंट ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है। यह पायलट प्रोजेक्ट युवाओं को नशे से दूर रहने और सेना व पुलिस भर्ती के लिए तैयार करने में मदद करेगा।

इस मौके पर एस.डी.एम. जीरा गुरमीत सिंह, एस.डी.एम. फिरोजपुर/गुरुहरसहाय दिव्या पी, सहायक कमिश्नर सिमरनजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) मुनीला अरोड़ा, चेयरमैन प्लानिंग बोर्ड सरदार चंद सिंह गिल, जिले की सभी मार्केट कमेटियों के चेयरमैन, सभी डी.एस.पी. और एस.एच.ओ. समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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