खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता प्रबंधन के क्षेत्र में अपनी तरह का पहला स्नातक डिग्री कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिसे खाद्य प्रसंस्करण और खाद्य सुरक्षा क्षेत्रों में विभिन्न हितधारकों की शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस डिग्री की प्रोग्रामिंग इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा स्तर पर तैयार की गई है।
डिग्री के बारे में अधिक जानकारी देते हुए यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता ने बताया कि फूड प्रोसेसिंग एक उभरता हुआ क्षेत्र है। बदलती जीवनशैली, खान-पान की आदतों, शहरीकरण आदि के कारण प्रसंस्कृत और खाने के लिए तैयार खाद्य उत्पादों की मांग बढ़ रही है। जिसके कारण यह उद्योग भी तेजी से बढ़ रहा है। खाद्य उत्पादन, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, तकनीकी नवाचारों और स्वास्थ्य जागरूकता के बदलते वैश्विक पैटर्न ने खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता पेशेवरों की भारी मांग पैदा की है।
प्रवक्ता ने कहा, कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता प्रबंधन के क्षेत्र में मानव संसाधन उत्पन्न करना, खाद्य विज्ञान, खाद्य प्रसंस्करण और खाद्य सुरक्षा जैसे बहु-विषयक क्षेत्रों में ज्ञान और कौशल को बढ़ाना है। इस डिग्री को पूरा करने के बाद खाद्य उद्योग/आतिथ्य संगठनों में खाद्य सुरक्षा टीम लीडर/पर्यवेक्षक/प्रबंधक, गुणवत्ता नियंत्रण विभाग में तकनीकी अधिकारी, नियामक निकायों, खाद्य सुरक्षा विभाग, प्रशिक्षण/परामर्श संस्थानों आदि में खाद्य सुरक्षा अधिकारी/निरीक्षक के रूप में स्वरोजगार स्थापित किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस डिग्री के तहत प्रवेश लेने के लिए विज्ञान/कृषि विषयों के साथ 10+2 उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। प्रवेश के लिए प्रति वर्ष 6000 रुपये और पंजीकरण/विकास शुल्क का भुगतान करना होगा। दाखले के लिए पंजीकरण विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.ignou.ac.in पर 31 जुलाई 2024 तक किया जा सकता है।