चंडीगढ़, 24 नवंबरः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार आने वाले समय में भी गन्ना काश्तकारों को सबसे अधिक मूल्य देना जारी रखेगी।
यहां आज पंजाब भवन में किसान जत्थेबंदियों के साथ विचार-विमर्श के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गन्ना काश्तकारों को अधिक कीमत देने में हमेशा पहले नंबर पर रही है और अब भी यही रुझान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्टेट ऐग्रीड प्राइस (एस. ए. पी.) के अंतर्गत गन्ने का भाव 380 रुपए प्रति क्विंटल दे रही थी, जो देश में अब तक सबसे अधिक था परन्तु हरियाणा ने हाल ही में यह मूल्य बढ़ा कर 386 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आने वाले दिनों में शुगर मिल मालिकों के साथ मीटिंग के बाद राज्य सरकार जल्दी ही मूल्य में विस्तार करके किसानों को खुशख़बरी देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के इतिहास में पहली दफ़ा हमारी सरकार ने गन्ना काश्तकारों के पिछली सरकारों की तरफ से छोड़े सभी बकायों का भुगतान कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में 16 चीनी मिलें हैं, जिनमें से नौ सहकारी क्षेत्र की हैं और बाकी प्राईवेट क्षेत्र से सम्बन्धित हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सिर्फ़ फगवाड़ा और धूरी की दो प्राईवेट मिलों की अदायगी बकाया है। उन्होंने कहा कि इन मिलों से पैसे की रिकवरी के लिए कार्यवाही चल रही है और इन मिलों की जायदादें बेचने के बाद किसानों को अदायगी की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि समाज के किसी भी वर्ग के साथ बातचीत के लिए हमारे दरवाज़े हमेशा खुले हैं परन्तु प्रदर्शनों के नाम पर आम आदमी की परेशानी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि इस रुझान को रोकने की ज़रूरत है जिससे प्रदर्शनों के कारण आम जनता को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने साथ ही कहा कि यह ख़ुशी की बात है कि किसान जत्थेबंदियों ने इसका सकारात्मक समर्थन दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि सरकार समाज के अलग-अलग वर्गों के मसलों का बातचीत के द्वारा हल करने के लिए हमेशा तैयार है और सड़कें और रेल रोक कर आम आदमी को परेशान करने के रुझान का ज़रूर परित्याग किया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसी गतिविधियों से आम जनता के लिए मुश्किलें खड़ी होती हैं, जिससे आम लोग प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध होते हैं, जो समाज में विभाजन पैदा होने का कारण बनता है। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रदर्शनों से आम आदमी को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जो अनुचित है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह संतोष की बात है कि किसानों ने व्यापक जनहित में रेल और सड़क यातायात खोलने का फ़ैसला किया है।