खन्ना–पंजाब में दूसरे दिन भी हड़ताल के चलते अनाज मंडियों में धान की खरीद शुरू नहीं हो सकी। एक अक्टूबर को चंडीगढ़ में हुई मीटिंग में कोई नतीजा न निकलने के चलते अभी भी आढ़तियों, शेलर मालिकों और मजदूरों की हड़ताल जारी है। मजदूर अपना रोष प्रदर्शन तेज करते हुए सड़कों पर उतरे। एशिया की सबसे बड़ी अनाज मंडी खन्ना में मार्केट कमेटी दफ्तर बाहर का घेराव किया।
अनाज मंडी लेबर यूनियन पंजाब चेयरमैन दर्शन लाल ने कहा कि वर्ष 2011 में बादल सरकार ने 25 फीसदी मजदूरी बढ़ाई थी। उसके बाद कभी मजदूरी नहीं बढ़ाई गई। कभी 2 पैसे और कभी 5 पैसे मजदूरी बढ़ाकर मजाक किया जाता है। लोडिंग में उन्हें 1 रुपए 90 पैसे प्रति बोरी मिलती है। हरियाणा में 3 रुपए 20 पैसे गई। अब पंजाब सरकार ने एक दिन पहले 40 पैसे प्रति बोरी बढ़ोतरी की जोकि उन्हें मंजूर नहीं है। अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे रेल और सड़क आवाजाही जाम करेंगे।
चेयरमैन दर्शन लाल ने कहा कि मंगलवार को चंडीगढ़ में मीटिंग के लिए उन्हें बुलाया गया। उनकी यूनियन के पंजाब प्रधान राकेश तुली गए थे। लेकिन शाम तक कोई मीटिंग नहीं की गई। आखिर में सीएम मीटिंग से मुकर गए और उनके प्रधान को वापस भेज दिया गया। कोई हल नहीं निकला। बाद में 40 पैसे बढ़ोतरी का ऐलान किया गया।