नारंगवाल (लुधियाना), 18 मई- नशों के विरुद्ध जंग में अग्रणी रहने वाले गांव नारंगवाल के लोगों ने आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को नशों के विरुद्ध लड़ाई में अपना पूरा समर्थन और सहयोग देने का भरोसा दिया।
नशे से पीड़ित रहे अमन शर्मा ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वह पिछले 12 सालों से नशों का आदी था लेकिन अब राज्य सरकार द्वारा नशों पर शिकंजा कसने के कारण वह इस दलदल से बाहर निकलने के योग्य हो गया है। उसने आम लोगों की भलाई के लिए जमीनी स्तर पर नशों के विरुद्ध इस जंग को शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की।
इस मौके पर गांव ललतों कलां के परमिंदर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की सख्त कार्रवाई के कारण नशा तस्करों ने यह कारोबार छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि यह आम जनता की सही अर्थों में भलाई है और इसके लिए मुख्यमंत्री प्रशंसा के पात्र हैं।
गांव के एक और निवासी निखिल शर्मा ने कहा कि उसका भाई नशों का आदी था जिस कारण परिवार बेहद दुखी रहता था। उसने कहा कि वह कांग्रेस का बड़ा समर्थक था लेकिन कांग्रेस ने राज्य से नशों की इस बुराई को खत्म करने के लिए कुछ नहीं किया। उसने आगे कहा कि अब हालात बहुत बदल गए हैं क्योंकि अब नशा तस्कर अपना कारोबार छोड़कर भाग रहे हैं।
सरपंच पाल कौर ने कहा कि यह नेक कार्य है क्योंकि राज्य सरकार की सख्त कार्रवाई के कारण अब नशा तस्कर कहीं भी नजर नहीं आते। उन्होंने कहा कि इस मुहिम के लक्षित नतीजे सामने आए हैं क्योंकि राज्य सरकार के सक्रिय सहयोग से गांव अब नशा मुक्त हो रहे हैं।
गांव की निवासी इंद्रबीर कौर ने कहा कि राज्य की किस्मत बदलने का श्रेय पंजाब के मुख्यमंत्री को जाता है। उसने कहा कि मुख्यमंत्री ने लोगों को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देकर जनसेवा में नया मापदंड स्थापित किया है।
गांव के सरपंच मनजिंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि पहली बार नशों के विरुद्ध जंग जमीनी स्तर पर शुरू की गई है। सरपंच ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि राज्य के मुख्यमंत्री ने सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो देखकर नशा तस्करों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि नशों के विरुद्ध जंग सिर्फ भगवंत सिंह मान की नहीं है बल्कि यह हमारी पीढ़ियों को बचाने की जंग है।