चंडीगढ़/पट्टी, 15 अप्रैल:
शिक्षा क्रांति से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा प्रबंधन और बुनियादी सुविधाओं में सुधार हुआ है। पंजाब सरकार ने राज्य के इतिहास में पहली बार शिक्षा के क्षेत्र में 12 प्रतिशत बजट की बढ़ोतरी कर इतिहास रचा। यह बात पंजाब के कैबिनेट मंत्री और पट्टी हलके से विधायक स. लालजीत सिंह भुल्लर ने शिक्षा क्रांति के अंतर्गत हलके के सरकारी स्कूलों में विकास कार्यों के उद्घाटन समारोह के दौरान कही।
स. भुल्लर ने कहा कि सरकार के इस फैसले से सरकारी स्कूलों में फिर से रौनक लौट आई है। उन्होंने बताया कि अध्यापकों की कमी को पूरा करने के लिए लगभग 20 हज़ार अध्यापकों की भर्ती की गई है और स्कूल ऑफ एमिनेंस के विद्यार्थियों को आई ए एस, आई पी एस, पी सी एस और आई आई टी जैसे उच्च विषयों की शिक्षा देकर उनका भविष्य उज्जवल बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों की शिक्षा विरोधी नीतियों के कारण प्रदेश के सरकारी स्कूलों की हालत बहुत खराब हो गई थी और लोग अपने बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाना अधिक पसंद करने लगे थे। लेकिन जब से मौजूदा भगवंत सिंह मान सरकार ने कार्यभार संभाला है, तब से शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हुए समग्र विकास करवाया जा रहा है। इसके चलते सरकारी स्कूलों में दाखिलों में भारी वृद्धि हुई है और माता-पिता अब अपने बच्चों को निजी स्कूलों से निकालकर सरकारी स्कूलों में दाखिल करवा रहे हैं।
कैबिनेट मंत्री ने आज सरकारी एलीमेंट्री स्कूल नदोहर और आसल, सरकारी हाई स्कूल सैदपुर, भग्गूपुर, चुसलेवर और बठ्ठे भैणी में लगभग 1 करोड़ 52 लाख 48 हज़ार रुपये की लागत से कराए गए विकास कार्यों का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर चेयरमैन दिलबाग सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) तरनतारन सतनाम सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी (एलीमेंट्री) तरनतारन जगविंदर सिंह, विभिन्न स्कूलों के प्रमुख, अध्यापक, गांववासी और बच्चों के अभिभावक भी मौजूद थे।