लुधियाना: वाहन चालकों के लिए जरूरी खबर है। दरअसल, लुधियाना की सड़कों पर अब वाहन चलाते समय तय स्पीड का अधिक ध्यान रखना पड़ेगा। शहर की ट्रैफिक पुलिस को एक और स्पीड राडार मिल गया है जिसकी सहायता से ओवर स्पीड वाहनों की जांच कर उनके चालान किए जाएंगे। नए राडार को मिलाकर ट्रैफिक पुलिस के पास अब स्पीड राडार की कुल संख्या 3 हो गई है।
इन स्पीड राडार को ट्रैफिक पुलिस द्वारा फिरोजपुर रोड, दिल्ली रोड तथा जालंधर रोड पर तैनात किया गया है ताकि तेज गति से वाहन चलाने वाले चालकों को पकड़कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। बीते दिनों लुधियाना दौरे पर आए ए.डी.जी.पी. ट्रैफिक अमरदीप सिंह राय ने भी अपने सख्त इरादे जाहिर किए थे कि आने वाले समय में ओवरस्पीड तथा डंकन ड्राइविंग पर नकेल कसने के लिए विशेष नाकाबंदी की जाएगी और ऐसे चालक बक्शे नही जाएंगे जिसके चलते ट्रैफिक पुलिस अब पूरी तरह मुस्तैद हो गई है तथा ओवरस्पीड वाहनों पर काबू पाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए है। ट्रैफिक पुलिस के पास उपलब्ध स्पीड राडार आधा किलोमीटर से भी अधिक दूरी से वाहन की गति जांचने में सक्षम है तथा वाहन की स्पीड के साथ फोटो कम्प्यूटर स्क्रीन पर नजर आ जाती है जिससे चालक इंकार नही कर सकता कि उसकी स्पीड कम थी।
ओवरस्पीड का पहली बार चालान होने पर 1000 रुपएव दूसरी बार 2000 रुपए जुर्माना नियत किया गया है। इसके साथ ही चालान होने पर 3 माह के लिए ड्राइविंग लाइसैंस सस्पैंड करने के साथ-साथ कम्युनिटी सेवा का प्रावधान भी किया गया है जिसमें नियम तोड़ने वाले चालक का ट्रांसपोर्ट विभाग से रिफ्रैशर कोर्स कर उसकी ट्रेनिंग किसी स्कूल में छात्रों को देने या नजदीकी किसी अस्पताल में 2 घंटे की सेवा करने या फिर एक यूनिट रक्तदान करने के विकल्प हैं।