दमोह : दमोह जिले से बड़ी दुःखद घटना सामने आई है। जहां झोपड़ी में लगी आग से झुलझी तीसरी बच्ची ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। दरअसल, कल शाम मगरोन थाना क्षेत्र अंतर्गत बरोदा गांव में खेत में बनी टपरिया में आग लगने से आंगन में खेल रही तीन बच्चियां झुलस गई थी, जिन्हें दमोह जिला अस्पताल लाया गया था, जहां दो बच्चियों को तत्काल मृत घोषित कर दिया था, वहीं 90 फीसदी जली तीसरी बच्ची कीर्ति की हालत गंभीर होने पर जबलपुर रेफर किया था, जहां इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया।
बरोदा गांव का गोविंद आदिवासी नाम का शख्स खेत में मजदूरी का काम करता था जो खेत में सिंचाई कर रहा था। परिवार सहित खेत में ही झोपड़ी बनाकर रहता था। कल शाम बिजली के तारों में हुए शॉर्ट सर्किट से चिंगारी ने घास फूस की झोपडी को दहका दिया। जिसमें खेल रहीं तीन मासूम बच्चियों को आग ने अपनी गिरफ्त में ले लिया। बच्चियों की पहचान स्थानीय निवासी गोविंद आदिवासी की दो पुत्रियों जाह्नवी (5), कीर्ति (3) के रूप में हुई है। परिवार की सबसे छोटी बच्ची हीर (पांच महीने) का इलाज जबलपुर में चल रहा था जहां वह जिंदगी से जंग हार गई।
इससे पहले घटना की जानकारी लगते ही प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दुःख जताया। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने मृतकों बच्चियों के परिजनों के लिए 4-4 लाख रुपए आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।