अमृतसर के गोल्डन टेंपल में हुई घटना के बाद भी सुखबीर बादल की सजा में कोई बदलाव नहीं किया गया। सुखबीर बादल आज यानी गुरुवार को श्री केसगढ़ साहिब पहुंचे हैं, जहां वे दो दिन तक सेवादार की भूमिका निभाएंगे।
वे श्री केसगढ़ साहिब में सेवादार की पोशाक पहने, हाथों में भाला थामें और गले में तख्ती लटका कर इस सेवा को निभा रहे हैं। हालांकि पंजाब पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। पंजाब पुलिस की ओर से सुखबीर बादल के इर्द-गिर्द तीन लेयर की सुरक्षा लगाई गई है।
जिसमें दो एसपी रैंक के अधिकारी तैनात हैं। वहीं, एसजीपीसी टास्क फोर्स भी सुखबीर बादल के इर्द-गिर्द तैनात रहने वाली है। ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी घटना को रोका जा सके।
इस फैसले के आने से पहले ही सुखबीर बादल ने अकाली दल के प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया था। सुखबीर बादल का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है। उनके अलावा कई अन्य इस्तीफे भी लंबित हैं। 2 दिसंबर को श्री अकाल तख्त साहिब ने स्पष्ट किया था कि श्री अकाल तख्त चाहे तो 50 अकाली दल बना सकता है, लेकिन 100 अकाली दल मिलकर श्री अकाल तख्त नहीं बना सकते।
इसके साथ ही उन्होंने अकाली दल कार्यकारिणी को लंबित इस्तीफे स्वीकार कर 5 दिसंबर तक रिपोर्ट देने के आदेश दिए थे। वहीं, अकाली दल के प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अभी सभी लोग श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा लगाई गई सजा पूरी करने में व्यस्त हैं।
जिसके चलते अकाली दल ने इस्तीफे स्वीकार करने पर फैसला लेने के लिए कुछ और समय मांगा था, जिसे श्री अकाल तख्त साहिब ने स्वीकार कर लिया है। सजा पूरी होने के बाद कुछ दिनों में फैसला लिया जाएगा।