नई दिल्ली: 2025 में एक महत्वपूर्ण मेडिकल क्रांति हो सकती है। रूस के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने कैंसर को खत्म करने के लिए एक टीका तैयार किया है। यह टीका mRNA तकनीक से बनाया गया है, जिसे पहले कोविड-19 वैक्सीन बनाने में इस्तेमाल किया गया था। अगर यह सच साबित हुआ तो यह इस सदी की सबसे बड़ी खुशखबरी हो सकती है, क्योंकि कैंसर अब एक लाइलाज बीमारी नहीं रहेगा।
हालांकि, इस टीके को लेकर कुछ सवाल भी उठ रहे हैं। सबसे पहले, इस तकनीक को अभी तक वैक्सीन रेगुलेटरी बॉडी से अप्रूवल नहीं मिला है। दूसरा, यह टीका कैंसर को रोकने के लिए नहीं है, बल्कि यह कैंसर होने के बाद इलाज के तौर पर काम करेगा। और तीसरा, इस तकनीक का असर जीन्स पर भी पड़ता है, जिसका प्रभाव भविष्य में क्या होगा, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है।
रूस ने इस टीके के ट्रायल लंग्स, ब्रेस्ट और कोलोन कैंसर के मरीजों पर किए हैं, लेकिन अभी तक इन ट्रायल्स के डेटा को सार्वजनिक नहीं किया गया है। इस टीके के बारे में दावा किया जा रहा है कि यह हर प्रकार के कैंसर में कारगर है, लेकिन अभी तक इसका कोई प्रमाण नहीं है।
कैंसर पिछले कुछ वर्षों में तेजी से फैल रहा है। हर साल दुनिया भर में 22 करोड़ लोग किसी न किसी प्रकार के कैंसर का शिकार होते हैं, और लगभग 97 लाख लोग अपनी जान गंवा देते हैं। भारत में भी कैंसर के नए मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 2025 तक यह आंकड़ा 16 लाख तक पहुंच सकता है।