चंडीगढ़, 7 अगस्त-
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों पर पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के मद्देनज़र चल रही मुहिम के दौरान पाकिस्तान के आई. एस. आई. समर्थित सरहद पार के आतंकवादी नैट्टवर्कों को बड़ा झटका देते हुए पंजाब पुलिस की एंटी- गैंगस्टर टास्क फोर्स (ए. जी. टी. एफ.) पंजाब ने पाकिस्तान स्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादी हरविन्दर रिन्दा और आतंकवादी लखबीर लंडा द्वारा रची गई बड़ी आतंकवादी साजिश को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया।
डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने कहा कि एजीटीएफ की टीमों को पाकिस्तान से भेजी गई इम्परूवाईज़ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आई. ई. डी.) की खेप के बारे भरोसेयोग सूत्रों से ख़ुफ़िया सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि तेज़ी से कार्यवाही करते हुए एजीटीऐफ ने तरनतारन पुलिस के साथ तालमेल करके ज़िले में तलाशी मुहिम चलाई और तरनतारन के नौशहरा पन्नूआं क्षेत्र से एक आईईडी बरामद की। गौरतलब है कि इस कार्यवाही ने आई.ई.डी. को रिन्दा और लंडा के स्थानीय साथियों, जो इसका प्रयोग आतंकवादी गतिविधियों के लिए कर सकते थे, तक पहुँचने से रोक दिया।
डीजीपी ने आगे कहा कि आईईडी को तुरंत सुरक्षित ढंग से एक निर्धारित स्थान पर ले जाया गया, जहाँ इसको विस्फोटक आर्डीनैंस डिस्पोज़ल टीम द्वारा कंट्रोल्ड डैटोनेशन के अंतर्गत सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब पुलिस के मुलाजिमों की तत्काल और सक्रिय कार्यवाही ने एक बड़ी वारदात को टाल दिया और लोगों की सुरक्षा को यकीनी बनाया।
अन्य विवरण सांझे करते हुए अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (एडीजीपी) एजीटीऐफ प्रमोद बाण ने कहा कि प्राथमिक जांच से पता लगा है कि बरामद आई. ई. डी. को पाकिस्तानी एजेंसियों द्वारा समर्थित आतंकवादी माड्यूलों के द्वारा सरहदी राज्य की शान्ति भंग करने और मासूमों को निशाना बनाने के इरादे के साथ पंजाब में भेजा गया था।
डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल आफ पुलिस, एजीटीऐफ गुरमीत सिंह चौहान ने कहा कि तरन तारन के पुलिस थाना सरहाली में विस्फोटक पदार्थ एक्ट की धारा 3, 4 और 5 और बीऐनऐस की धारा 111 के अंतर्गत एफआईआर नंबर 106 केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि रिन्दा और लंडा के साथियों का पता लगाने और उनको गिरफ़्तार करने के लिए और जांच जारी है।