चंडीगढ़, 30 मार्च:
विश्व टीबी दिवस पर भारत सरकार द्वारा टीबी उन्मूलन के लिए शुरू किए गए 100 दिवसीय अभियान “टीबी मुक्त भारत अभियान” में पंजाब ने देशभर में दूसरा स्थान प्राप्त कर तपेदिक के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया है।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह के दौरान, टीबी मामलों की जांच, अनुसंधान और ईलाज में राज्य के अथक प्रयासों को मान्यता दी गई और राज्य टीबी अधिकारी डॉ. राजेश भास्कर ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा से उपलब्धि प्रमाण पत्र प्राप्त किया।
7 दिसंबर, 2024 को पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह द्वारा अमृतसर में शुरू किए गए इस अभियान का उद्देश्य संवेदनशील आबादी के लिए जल्द से जल्द स्क्रीनिंग, जांच और बेहतर देखभाल के माध्यम से टीबी के उन्मूलन को सुनिश्चित करना था।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि इन 100 दिनों के दौरान, पंजाब भर में स्वास्थ्य टीमों ने लगभग 28 लाख उच्च-जोखिम वाले व्यक्तियों की जांच की, जिसमें 17,300 टीबी मरीजों की पहचान हुई, जिन्हें समय पर ईलाज और पोषण सहायता प्रदान की गई। उन्होंने आगे कहा कि इस अभियान के दौरान रोकथाम उपायों पर भी विशेष ध्यान दिया गया, जिसमें नए संक्रमणों को रोकने के लिए संपर्क में आए लोगों और जोखिम समूहों के लिए टीबी रोकथाम थेरेपी देना शामिल था।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस उपलब्धि का श्रेय अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों की प्रतिबद्धता को दिया।
इस दौरान, पंजाब की सफलता को कई प्रदर्शन मापदंडों, जिनमें मामलों की अनुसंधान दर, टीबी से संबंधित मौतों में कमी और रोकथाम उपचार का दायरा शामिल है, के आधार पर आंका गया।