डॉ. अंबेडकर पर अमित शाह की विवादित टिप्पणी के खिलाफ पंजाब भर में ‘आप’ का जोरदार प्रदर्शन!

 

 

चंडीगढ़, 20 दिसंबर

गृहमंत्री अमित शाह की संसद में संविधान निर्माता डॉ.भीमराव अंबेडकर पर अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के नेताओं ने शुक्रवार को राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किया। आप नेताओं ने अमित शाह के बयान की कड़ी निंदा की और इसे संविधान निर्माता का अपमान बताया।

आम आदमी पार्टी के जिला नेताओं, पदाधिकारियों, विधायकों व मंत्रीगणों ने पार्टी के सैंकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ जालंधर, पठानकोट, बठिंडा, मानसा, लुधियाना फरीदकोट मोगा सहित तमाम जिला मुख्यालयों के बाहर धरना प्रदर्शन किया और जिले के डिप्टी कमिश्नरों को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। आप नेताओं ने गृहमंत्री अमित शाह के पुतले फूंके और उनके खिलाफ नारे लगाए।

ज्ञापन में पार्टी ने अमित शाह की टिप्पणी को देश के लोकतंत्र, संविधान और संविधान निर्माता का अपमान बताया और केंद्र सरकार से गृहमंत्री अमित शाह पर कार्रवाई करने एवं उन्हें मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की। आप नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी पर डॉ भीमराव अंबेडकर और उनके संविधान से नफरत करने का भी आरोप लगाया और कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार बाबा साहब के बनाए संविधान को खत्म करना चाहती है।

आप नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा अमित शाह की टिप्पणी के खिलाफ सभी जिलों में विरोध प्रदर्शन जनता के बीच व्यापक गुस्से और आक्रोश को दर्शाता है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और पंजाब के सभी सरकारी कार्यालयों में बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें लगाना सुनिश्चित किया है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल बाबा साहब को अपना राजनीतिक आदर्श मानते हैं। वह राष्ट्रीय स्तर पर अमित शाह के बयान के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं और उनपर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

प्रदर्शन के दौरान विभिन्न मीडिया संस्थानों को से बात करते हुए आप नेताओं ने कहा कि अमित शाह अपने बयान से न सिर्फ भीमराव अंबेडकर का अपमान किया है बल्कि उन्होंने ऐसा बोलकर पूरे दलित समाज का अपमान किया है।

डॉ अंबेडकर ने समाज के दबे-कुचले और शोषित लोगों को संविधान के तहत राजनीतिक और सामाजिक अधिकार दिया एवं उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया। देश के दलित समाज के भीतर अमित शाह के बयान से निराशा का भाव फैला है। भारतीय जनता पार्टी को इस मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए और दलित समुदाय से तुरंत माफी मांगनी चाहिए।

जालंधर के एक आप नेता ने कहा कि बेहद दुर्भाग्य की बात है कि देश के गृहमंत्री ने संसद में संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का मजाक उड़ाया। लोकतंत्र के लिए इससे दुखद घटना और कुछ नहीं हो सकता।
भाजपा संविधान को खत्म करना चाहती है क्योंकि वह डॉ भीमराव अंबेडकर की सोच से डरती है। भाजपा को दलित समाज से भी नफरत है। वह मनुस्मृति का समर्थन करने वाली पार्टी है।

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