जालंधर : डिप्टी कमिश्नर डा. हिमांशु अग्रवाल ने इमीग्रेशन कंसल्टेंसी कंपनियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर जांच अभियान शुरू करने का निर्देश दिया। डिप्टी कमिश्नर ने जिला से संबंधित सभी एस.डी.एम. को अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में रजिस्टर्ड इमीग्रेशन कंपनियों की सख्ती से जांच करने के निर्देश भी दिए। डा. अग्रवाल ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य विदेश जाने के इच्छुक उम्मीदवारों को धोखाधड़ी से बचाना और यह सुनिश्चित करना है कि इमीग्रेशन कंपनियां कायदे व कानून के अनुरूप काम करें। उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि विदेश में अवसर तलाशने वाले व्यक्तियों को धोखाधड़ी से बचने के लिए इमीग्रेशन कंसल्टेंसी निर्धारित मानकों का पालन करें।
डिप्टी कमिश्नर ने उन युवाओं की भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया, जिन्हें हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका से निर्वासित किया गया था। उन्होंने डिपोर्ट किए युवाओं को आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन उन्हें व्यवसाय शुरू करने, रोजगार प्राप्त करने और कौशल विकास में सहायता के माध्यम से अपने करियर के पुनर्निर्माण में अधिक से अधिक सहायता देगा। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार इस कठिन समय में इन युवाओं के साथ मजबूती से खड़ी है। इन युवाओं को हरसंभव मदद देने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। राज्य कौशल विकास मिशन के तहत विभिन्न कौशल विकास कोर्सों की उपलब्धता की जानकारी दी, जिसके माध्यम से उनके लिए रोजगार पाने की संभावना बढ़ सकती है।