फिरोजपुर ब्लॉक में सरपंच चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के दौरान एक व्यक्ति ने पिस्तौल से फायरिंग कर सनसनी फैला दी है। आरोप है कि गोली चलाने वाला सत्ताधारी पार्टी से जुड़ा है और पूर्व सरपंच है। ऐसे में कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।
वहीं, विपक्षी दल चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं और कह रहे हैं कि जब प्रशासन ने चुनाव के दौरान सभी लोगों को अपने हथियार सरेंडर कर दिए हैं, तो सत्ता पक्ष के लोगों ने अपने हथियार क्यों नहीं सरेंडर किए हैं। अगर यही स्थिति रही तो किसी बड़े हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
आपको बता दें कि पंचायत चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही है। आज भी कुछ लोग निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष अपना नामांकन पत्र जमा करने आये। आरोप है कि सत्ता पक्ष से जुड़े एक पूर्व सरपंच ने नामांकन के दौरान फायरिंग कर दी। विपक्षी पार्टी से जुड़े लोगों का आरोप है कि आम आदमी पार्टी से जुड़े गांव मोहरेवाला के पूर्व सरपंच हरदीप सिंह ने फिरोजपुर ब्लॉक में नामांकन प्रक्रिया के दौरान खुलेआम पिस्तौल तान दी और लोगों को डराने के लिए एनओसी के कागजात भी जब्त कर लिए।
जब वे लोग अपनी मांगों और शिकायतों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के पास गए तो अधिकारियों ने उनकी बात सुनने के बजाय फोन करना बेहतर समझा। ये कॉल सत्ताधारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के थे, इसलिए उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे विरोध करें या कोई दूसरा रुख अपनाएं।