[ad_1]
Senior Citizen Saving Scheme update: अपने बुढ़ापे को आर्थिक तौर पर सुरक्षित रखने के लिए कई लोग जवानी से ही निवेश करना शुरू कर देते हैं। जबकि, कुछ एक उम्र हो जाने के बाद अपने पैसों को सीनियर सेविंग स्कीम (Senior Citizen Saving Yojana) में निवेश कर देते हैं जिससे उनकी आर्थिक मजबूती भविष्य में बनी रहे। ये स्कीम खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए है जिसमें अगर आप भी निवेश करते हैं तो इससे संबंधित हर अपडेट की जानकारी आपको जरूर होनी चाहिए।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के नियमों में सरकार ने बदलाव कर दिया है, जिसे लेकर पहले भी नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। सरकार ने 7 नवंबर, 2023 को अधिसूचना भी जारी की थी जिसके तहत कई नियमों में बदलाव हो चुका है। अगर आप इस योजना से जुड़े हुए हैं और पैसा निकालने की सोच रहे हैं, तो आइए इससे संबंधित नए अपडेट के बारे में पहले जान लीजिए।
ये भी पढ़ें- Beneficiary को बिना Account से जोड़े 5 लाख रुपये तक भेज सकते हैं आप, जानिए कैसे?
Senior Citizen Saving Scheme New Rules
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश करने के लिए लोगों को खाता खोलना पड़ता है, जिसे कई बार 1 साल में बंद भी करना पड़ता है। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ होता है तो आपको बता दें कि अब प्री-मैच्योर निकासी के नियमों में बदलाव हो गए हैं। बदलावों के तहत अगर खाते को खोलने के 1 साल के अंदर बंद किया गया तो ऐसे में जमा राशिक का 1 प्रतिशत आपको काटकर वापस किया जाएगा। जबकि, ऐसी स्थिति में पहले जमा राशि पर 1 फीसदी ब्याज काटकर वापस लौटाया जाता था।
महीने के हिसाब से मिलेगी रकम
नए नियमों की मानें तो वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में 2, 3 या 5 साल तक के लिए किए गए निवेश के बाद अगर आप 6 महीने या सालभर के अंदर अपना खाता बंद करते हैं तो आपको जितने महीने हुए उस हिसाब से रकम वापस की जाएगी। जबकि, उस पर मिलने वाले ब्याज का लाभ भी दिया जाएगा। ब्याज दर का फायदा डाकघर बचत खाते की ओर से दिया जाएगा।
ये भी पढ़ें- Post Office में लगाना है पैसा तो ये हैं 3 जबरदस्त स्कीम! मिलेगा 8% से भी ज्यादा ब्याज
5 साल का टाइम पीरियड हटा
नए नियमों में एक बदलाव ये हुआ है कि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना से 5 साल के टाइम पीरियड को हटा दिया गया है। अगर आप 5 साल तक के लिए निवेश करते हैं तो चार साल के अंदर ही अपना खाता बंद कर देते हैं तो ऐसे में आपको अपने बचत खाते पर ब्याज का फायदा दिया जाएगा। इससे पहले ब्याज दर का फायदा 3 साल तक मिलता था।
वीडियो में जानिए SCSS के नए नियम…
[ad_2]