पंजाब के ‘आम आदमी क्लीनिक’ मॉडल को विश्व स्तर पर मिली प्रशंसा, ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल ने यह मॉडल ऑस्ट्रेलिया में अपनाने में दिखाई दिलचस्पी


चंडीगढ़, 25 अप्रैल:

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा राज्य में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को और मजबूत करने और कायाकल्प करने की दिशा में एक और बुलंदी हासिल करते हुए आम आदमी क्लीनिकों (एएसी) को तब विश्व स्तर पर मान्यता हासिल हुई जब उच्च स्तरीय 14 सदस्यीय ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के मॉडल को अपनाने में गहरी दिलचस्पी दिखाई।

मेंबर ऑफ पार्लियामेंट (एमपी) स्टेट ऑफ विक्टोरिया डायलोन व्हाइट (प्रतिनिधिमंडल के नेता) और एमपी स्टेट ऑफ विक्टोरिया मैथ्यू हिलाकरी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने आज मोहाली में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधा- आम आदमी क्लीनिक और तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य देखभाल सुविधा – पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लीवर एंड बिलीअरी साइंसेज (पीआईएलबीएस) का दौरा किया।

इसके उपरांत प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह के साथ बैठक की जहां उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल और कृषि के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया। बैठक में प्रशासनिक सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण कुमार राहुल, विशेष सचिव कृषि बलदीप कौर और निदेशक पीआईएलबीएस डॉ. वरिंदर सिंह भी उपस्थित थे।

ऑस्ट्रेलियाई प्रतिनिधि आम आदमी क्लीनिक, जो लोगों को उनके घरों के पास 80 आवश्यक दवाएं और 38 डायग्नोस्टिक्स सहित मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, के मॉडल से बहुत प्रभावित हुए।

इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने लोगों को सस्ती, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य के प्रयासों की सराहना की है। उन्होंने कहा, “प्रतिनिधिमंडल यह देखकर हैरान रह गया कि सुबह 11 बजे तक, 60 से अधिक मरीज पहले ही आम आदमी क्लीनिक में सेवाएं प्राप्त कर चुके थे। वे इतने प्रभावित हुए कि वे इस मॉडल को ऑस्ट्रेलिया में अपनाना चाहते हैं, क्योंकि उनका मानना था कि यह मॉडल उनकी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को बहुत लाभ पहुंचा सकता है।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने मरीजों को किफायती और उन्नत इलाज मुहैया कराने के लिए पंजाब की तृतीयक स्तर की स्वास्थ्य देखभाल सुविधा पीआईएलबीएस की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के स्वास्थ्य देखभाल सुधारों, खासकर चिकित्सा सेवाओं की कुशल डिलीवरी से शिक्षा लेने में दिलचस्पी दिखाई।

इस दौरान कृषि और पर्यावरण स्थिरता पर भी विचार-विमर्श हुआ जिसमें दोनों पक्षों ने संभावित सहयोग की पड़ताल की। डॉ. बलबीर सिंह ने कहा, “ऑस्ट्रेलिया में मौसमी स्थितियां और फसल चक्र पंजाब के समान हैं। उन्होंने हमारे मोटे अनाज (ज्वार, बाजरा, रागी आदि) और जैविक खेती के अभ्यासों में बहुत दिलचस्पी दिखाई। हमने चर्चा की कि कैसे दोनों क्षेत्र पानी के संरक्षण और प्रदूषण को कम करने के साथ-साथ कृषि उत्पादकता को बढ़ाने के लिए एक दूसरे से सीख सकते हैं।”

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब ऑस्ट्रेलिया के साथ एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू करने के लिए उत्सुक है, जिसके तहत पंजाब के विशेषज्ञ प्रशिक्षण के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेंगे और ऑस्ट्रेलियाई पेशेवर पंजाब के स्वास्थ्य देखभाल और कृषि मॉडलों का अध्ययन करने के लिए पंजाब आएंगे।

गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल से मिली यह मान्यता 2023 में नैरोबी में आयोजित ग्लोबल हेल्थ सप्लाई चेन सम्मेलन में आम आदमी क्लीनिक द्वारा हासिल की गई ग्लोबल मान्यता के बाद प्राप्त हुई है। गौरतलब है कि पंजाब द्वारा “दवाओं की कुशल डिलीवरी: पंजाब से एक केस स्टडी” शीर्षक के तहत अपनी प्रस्तुति के लिए पहला इनाम हासिल किया गया था।
प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर हरपिंदर संधू (फेडरेशन यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया); डॉ. जसविंदर सिद्धू (फेडरेशन यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया); ए/प्रोफेसर पॉल पेंग (फेडरेशन यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया); डॉ. सचिन दहिया (बिजनेस लीडर, बल्लारट); परविंदर सरवरा (बिजनेसमैन और सीईओ, सिंह होम्स); दविंदर सिंह (बिजनेसमैन और इम्पोर्टर); सुखमीत आहूजा (बिजनेसमैन और एजुकेटर), जसविंदर सिंह (सीईओ, सिख वालंटियर्स ऑस्ट्रेलिया); अभिमन्यु कुमार (बिजनेसमैन); नवदीप सिंह हांडा (बिजनेसमैन, सीईओ अमीको होम्स); कार्तिक मुनिगोती (सीईओ, कॉन्स्टेलेशन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड); और लव खख (बिजनेसमैन और स्पोर्ट्स इवेंट्स ऑर्गेनाइजर) शामिल थे।

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