पंजाब सरकार का विशेष ध्यान मंडियों में लिफटिंग के उपर केन्द्रित है। यह विचार खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्री लाल चंद कटारूचक ने आज यहां गेहूं के खरीद कार्यों का जायजा लेते हुए प्रकट किये और विभाग के अधिकारियों को इसमें तेज़ी लाने के लिए कहा।विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ अनाज भवन में हुई उच्च स्तरीय बैठक में, मंत्री ने अधिकारियों को अगले 15 दिनों के दौरान मंडियों में लिफ्टिंग प्रक्रिया और तेज करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा ताकि फसल की अतिरिक्त भरमार जैसी स्थिति से बचा जा सके।
बैठक के दौरान, मंत्री को बताया गया कि विभाग के प्रमुख सचिव हर हफ्ते उपायुक्तों के साथ बैठकें करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लिफ्टिंग प्रक्रिया में किसी प्रकार की कोई ढिलाई न रहे। उन्होंने बताया कि विभाग का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि मंडियों में गेहूं की रोजाना आवक का आंकड़ा 5 लाख मीट्रिक टन तक पहुंचे।
मंत्री ने संतोष व्यक्त किया कि अब तक मंडियों में 70 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं आ चुका है, जिसमें से 64 लाख मीट्रिक टन से अधिक की खरीद की जा चुकी है।
भुगतान के मामले में, श्री कटारूचक ने कहा कि किसानों के खातों में 10574.36 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है और 48 घंटों के भीतर भुगतान करने के लिहाज से, यह प्रतिशत 109 प्रतिशत बनता है। इसके अलावा, खरीद के महज 72 घंटों में लिफ्टिंग प्रतिशत 59 प्रतिशत को छू गया है।
इसके अलावा मंत्री के ध्यान में लाया गया कि लगभग 1.25 लाख लोगों की ई-केवाईसी की गई है, जिसका प्रतिशत लगभग 81 प्रतिशत बनता है। मंत्री ने इस संबंध में 100 प्रतिशत आंकड़े को प्राप्त करने पर जोर दिया और कहा कि ई-केवाईसी यह सुनिश्चित करता है कि वास्तविक लाभार्थियों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के तहत मिलने वाले लाभ प्राप्त हों।
इस मौके पर अन्यों के अलावा प्रमुख सचिव राहुल तिवाड़ी , निदेशक वरिंदर कुमार शर्मा, अतिरिक्त निदेशक डॉ. अंजुमन भास्कर और जनरल मैनेजर (वित्त) सर्वेश कुमार शामिल थे।