पंजाब ने केंद्र की धक्केशाही और ‘विश्वासघात’ का सामना करने के लिए सर्वदलीय बैठक और विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया: अरोड़ा

 

चंडीगढ़, 1 मई

पंजाब के पानी की रक्षा के लिए साहसी कदम उठाते हुए आम आदमी पार्टी (आप) की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) को हरियाणा को अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए ‘जबरन निर्देश’ देने के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया है।

इस निर्देश को पंजाब के अधिकारों की ‘दिनदहाड़े लूट’ करार देते हुए ‘आप’ के प्रदेश अध्यक्ष और पंजाब के कैबिनेट मंत्री श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि शुक्रवार सुबह हंगामी सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है जिसमें सोमवार को पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र भी बुलाया गया है ताकि केंद्र द्वारा राज्य के साथ किए जा रहे धक्के और विश्वासघात के खिलाफ रणनीति बनाई जा सके।

यहां म्यूंसिपल भवन में पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक के बाद मीडिया से संबोधित करते हुए श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य के हितों की डटकर रक्षा की जाएगी और बी.बी.एम.बी. को हरियाणा के हिस्से से ज्यादा पानी छोड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने भाजपा पर पंजाब के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया और इस कार्रवाई को भाजपा के पंजाब विरोधी चेहरे की एक और मिसाल बताया।

‘आप’ के अध्यक्ष ने कहा कि बी.बी.एम.बी. में पंजाब का 60 प्रतिशत हिस्सा होने के बावजूद, भाजपा द्वारा पड़ोसी राज्य हरियाणा को 4700 क्यूसेक पानी आवंटित किया गया है, जो उसके हिस्से 1,700 क्यूसेक से अधिक है। इस तरह पंजाब के पानी पर डाका मारने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की अगुवाई वाली राज्य सरकार भाजपा द्वारा की गई इस ‘लूट’ और ‘गुंडागर्दी’ को बर्दाश्त नहीं करेगी।

इस संबंध में राज्य सरकार के सक्रिय रुख को उजागर करते हुए, श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय कन्वीनर श्री अरविंद केजरीवाल ने स्थिति का जायजा लेने के लिए चंडीगढ़ का दौरा किया, जबकि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज पानी की चोरी को रोकने के लिए नंगल पहुंचकर भाखड़ा डैम पर जायज़ा लिया और विरोध किया।

श्री अमन अरोड़ा ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि भाजपा के पंजाब इकाई के नेता सुनील जाखड़, रवनीत बिट्टू, तरुण चुघ, कैप्टन अमरिंदर सिंह और अन्य नेता इस संबंध में अपना स्टैंड स्पष्ट करें कि वे पंजाब के साथ खड़े हैं या केवल अपनी कुर्सियों को बचाने के लिए अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने में लगे रहेंगे।’ उन्होंने कहा कि अगर वे पंजाब के असली बेटे हैं तो उन्हें इस मुद्दे पर अपना स्टैंड स्पष्ट करने के लिए अपने पदों से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की कि भाजपा के नेताओं को तुरंत अपने राष्ट्रीय नेताओं के साथ संपर्क करना चाहिए और उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि पंजाब के पास हरियाणा या किसी अन्य राज्य को देने के लिए पानी की एक भी बूंद अतिरिक्त नहीं है।
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