प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के बाद पंजाब में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। इसके बाद वह गुरदासपुर पहुंचे। यहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की। अब वह NDRF और SDRF टीम से मिल रहे हैं।
इसके बाद समीक्षा मीटिंग होगी, जिसमें पंजाब के चीफ सेक्रेटरी बाढ़ संबंधी रिपोर्ट पेश करेंगे। पंजाब की AAP सरकार ने केंद्र से 80 हजार करोड़ रुपए की मांग की है।
इससे पहले PM ने हेलिकॉप्टर से कुल्लू, मंडी और चंबा में हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद कांगड़ा में आपदा को लेकर एक बैठक की, जिसमें अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से उन्हें नुकसान की जानकारी दी।
इस दौरान उन्होंने 1500 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया। पीएम ने कहा कि केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी। मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मीटिंग में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी बैठक में मौजूद रहे। इसके बाद प्रधानमंत्री ने मंडी, कुल्लू और चंबा जिले के 18 प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी आपबीती सुनी। उन्होंने एक साल की नितिका से भी मुलाकात की, जिसके माता, पिता और दादी की 30 जून को मंडी में बादल फटने से आई बाढ़ में मौत हो गई थी। प्रधानमंत्री ने नितिका को पहले टॉफी दी और फिर उसे गोद में उठा लिया।
इससे पहले, 5 सितंबर को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अमृतसर, गुरदासपुर और कपूरथला में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की थी।