चंडीगढ़, 1 सितंबर : पंजाब के मुख्य सचिव श्री के. ए. पी. सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार इस संकट की घड़ी में लोगों के साथ खड़ी है और हर मुश्किल में उनका साथ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी हैं। इसके उपरांत जब स्थिति सामान्य हो जाएगी तो विशेष गिरदावरी करवा कर हर प्रकार के नुकसान का मुआवज़ा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान ने राहत कार्यों के लिए उच्च स्तरीय कमेटी बनाई है, जिसके तहत अमृतसर ज़िले में तीन वरिष्ठ अधिकारियों को इन कार्यों की निगरानी और सहयोग हेतु भेजा गया है।
श्री सिन्हा मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आज अमृतसर ज़िले के बाढ़ प्रभावित इलाकों अजनाला, रमदास और पठानकोट के बमियाल व नरोट जैमल सिंह ब्लॉक में रावी नदी के धुसी बांध का दौरा कर रहे थे। उन्होंने गांव चमियारी में बनाए गए राहत केंद्र में किए गए प्रबंधों का भी जायज़ा लिया।
श्री सिन्हा ने बाढ़ के पानी में घिरे गाँवों में पहुँचकर स्थिति का जायज़ा लिया और लोगों से बातचीत की। उन्होंने ज़िला प्रशासन द्वारा गाँवों में अब तक पहुँचाई गई राहत के बारे में भी लोगों से फीडबैक लिया। कई गाँवों में उन्होंने स्वयं जाकर लोगों को राहत सामग्री वितरित की और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर आने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद उन्होंने ज़िला प्रशासन और सेना अधिकारियों के साथ बैठक कर राहत और बचाव कार्यों की रणनीति व अब तक की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने सेना के जवानों, एन. डी. आर. एफ., पुलिस और सिविल प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
मुख्य सचिव ने बमियाल, कोलियाँ में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करते हुए कहा कि रावी नदी में अधिक पानी आने से धुसी बांध को नुकसान पहुँचा है, जिससे पठानकोट ज़िले के कई गाँव बाढ़ की चपेट में आ गए। उन्होंने कहा कि अब नदी में पानी का स्तर घट रहा है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में भी पानी उतर रहा है।
इस मौके उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत कार्यों को और तेज़ किया जाए ताकि अधिक से अधिक लोगों को राहत पहुँचाई जा सके। उन्होंने एन. डी. आर. एफ., स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के अधिकारियों से भी बातचीत की और कार्यों का जायज़ा लिया।
इस दौरान जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव कृष्ण कुमार, पंजाब सरकार की ओर से राहत कार्यों हेतु नियुक्त प्रशासनिक सचिव स्तर के अधिकारी कमल किशोर यादव, वरुण रूज़म और बसंत गर्ग, डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी, ज़िला पुलिस प्रमुख एस. मनिंदर सिंह, एन. डी. आर. एफ. के डिप्टी कमांडर अनिल तालकुत्रा, कर्नल रॉबिन एंथनी, पठानकोट के डिप्टी कमिश्नर आदित्य उप्पल, एस. एस. पी. पठानकोट दलजिंदर सिंह ढिल्लों, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (जनरल) हरदीप सिंह मौजूद थे।