शुक्रवार को जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक कैथल लघु सचिवालय में हुई। इस बैठक में स्वास्थ्य एवं नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने शिरकत की और शिकायतें सुनी। हालांकि बैठक की शुरुआत में ही मंत्री ऐकशन में दिखाई दिए और बैठक में शामिल नहीं होने वाले दो अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।
इस दौरान कैथल के सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने अजीब विव्हार करते हुए अजीब जवाब दिया। जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक के बाद जब पत्रकारों ने जिले में डॉक्टरों की कमी को लेकर सवाल पूछा तो स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि अगर डॉक्टर होंगे तभी तो डॉक्टर आएंगे, एक दिन में डॉक्टर नहीं बनते। पत्रकारों ने जब मंत्री से वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा तो उन्होंने पत्रकारों से कहा कि आप लिखें, हम व्यवस्था करेंगे।
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में बहुत कम डॉक्टर हैं, मैं खुद डॉक्टर रहा हूं और एमबीबीएस की पढ़ाई के बाद प्रैक्टिस भी की है। राज्य में डॉक्टर कम हैं, इसलिए हमारी सरकार ने हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने का बीड़ा उठाया है। आज पूरे हरियाणा में 15 मेडिकल कॉलेज कार्यरत हैं। हम कम समय में डॉक्टरों की कमी को पूरा कर सकेंगे, जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।