मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को एक अनूठी पहल करते हुए जालंधर में डॉक्टरों के साथ बैठक की। मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब और दिल्ली में स्वास्थ्य क्रांति ला दी।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भगवंत मान की पत्नी डॉ. गुरप्रीत कौर मान भी मौजूद थीं। मान ने बताया कि उनके माध्यम से उन्हें पता कि यह पेशा कितना चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उनके कई दोस्त डॉक्टर हैं और उन्हें पता है कि कई बार डॉक्टर मरीज को बचाने में विफल हो जाते हैं। उन्होंने डॉक्टरों और चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोगों की समस्याएं भी सुनीं।
डॉक्टरों को संबोधित करते हुए सीएम मान ने पंजाब, खासकर जालंधर में मेडिकल टूरिज्म लाने का वादा किया। मान ने कहा कि यह हमारे चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र को नए आयाम देगा और हमारे एनआरआई समुदाय को अपने घर के नजदीक इलाज कराने का मौका देगा। मान ने कहा कि अब भारत में दक्षिण में मेडिकल टूरिज्म है, लेकिन पंजाब की आप सरकार के पास स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बड़ी योजनाएं हैं। उन्होंने कहा कि वे होशियारपुर और कपूरथला में पहले से ही दो बड़े अस्पताल और मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं। संगरूर में मेडिकल कॉलेज की जमीन का मुद्दा भी जल्द ही सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वे पंजाब में नए सामुदायिक केंद्र भी लाने की योजना बना रहे हैं।
मान ने कहा कि आप सरकार की मोहल्ला क्लीनिक योजना स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम साबित हुई है। उन्होंने कहा कि विदेशों से प्रतिनिधि मोहल्ला क्लीनिक देखने के लिए दिल्ली आते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की क्लीनिकों के जरिए उनकी सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार भी पैदा किया है। एक मोहल्ला क्लीनिक को चार से पांच विशेषज्ञों की टीम चलाती है।
मान ने कहा कि पीजीआई के डॉक्टरों पर काम का बहुत बोझ है। यहां चार राज्यों जम्मू, पंजाब, हिमाचल, हरियाणा के अलावा चंडीगढ़ के मरीजों का इलाज होता है। उन्होंने कहा कि पंजाब को मेडिकल हब के तौर पर विकसित करने की जरूरत है। रूस-यूक्रेन के युद्ध के दौरान जब हमारे हजारों मेडिकल छात्र यूक्रेन में फंसे थे, तब मुझे इसकी जरूरत और भी ज्यादा महसूस हुई थी।