पंजाब पुलिस ने पुलिस संस्थानों पर संभावित ग्रेनेड हमले को किया नाकाम; जीवन फौजी समर्थित बीकेआई मॉड्यूल के पांच सदस्य ग्रेनेड और पिस्तौल समेत काबू

चंडीगढ़/अमृतसर, 30 अप्रैल:

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के अनुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रही मुहिम के दौरान, अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने विदेश आधारित गैंगस्टर जीवन फौजी से संबंधित पाक-आईएसआई समर्थित बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) आतंकवादी मॉड्यूल के पांच सदस्यों को गिरफ्तार करके पुलिस संस्थानों पर संभावित ग्रेनेड हमले को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया है। यह जानकारी आज यहां डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव ने दी।

गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान नरेश कुमार उर्फ बब्बू, अभिनव भगत उर्फ अभी, अजय कुमार उर्फ अज्जू और सनी कुमार, सभी निवासी हरीपुरा, अमृतसर और एक 17 वर्षीय नाबालिग के रूप में हुई है। पुलिस टीमों ने उनके कब्जे से एक हैंड ग्रेनेड और एक .32 बोर देसी पिस्तौल समेत पांच जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं।

डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गैंगस्टर जीवन फौजी, जो कि विदेश से संचालन कर रहा है, गिरफ्तार किए गए मुलजिमों की मदद से राज्य के सीमावर्ती जिलों में आतंकवादी मॉड्यूल चला रहा था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार मुलजिमों को आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भर्ती किया गया था और कट्टरपंथी बनाया गया था। उन्होंने आगे कहा कि जांच में यह भी सामने आया है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को मोटरसाइकिल मुहैया करवाए गए थे और अजनाला सेक्टर से हथियारों की खेप प्राप्त करने का काम सौंपा गया था।

डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए मुलजिम ग्रेनेडों से पुलिस संस्थानों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले-पिछले संबंध स्थापित करने के लिए आगे की जांच जारी है।

अधिक जानकारी साझा करते हुए, पुलिस कमिश्नर (सीपी) अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि फॉलो-अप रिकवरी ऑपरेशन के दौरान, दोषी अजय कुमार ने पुलिस टीम से सर्विस हथियार छीनकर और गोलीबारी करके भागने की कोशिश की। जवाबी गोलीबारी के दौरान दोषी के पैर में गोली लगने के कारण वह घायल हो गया और वह अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में उपचाराधीन है।

सीपी ने बताया कि जांच से यह भी पता चला है कि गिरफ्तार किए गए मुलजिमों ने हाल ही में अमृतसर के माहल गांव में एक किराना स्टोर के मालिक पर गोलीबारी करने वाले हमलावरों को लॉजिस्टिक सहायता और एक्टिवा स्कूटर भी मुहैया करवाया था। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवादी नेटवर्क के अन्य संबंधों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।

इस संबंध में एफआईआर नंबर 103 दिनांक 30/04/2025 को भारतीय न्याय संहिता की धारा 109 के तहत अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है

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