इंटरनेशनल — इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप में अनधिकृत रूप से सोने का खनन कर रहे लोगों के मूसलाधार बारिश के चलते हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई। दर्जनों की संख्या में लोग लापता बताए जा रहे हैं।
स्थानीय आपदा शमन एजेंसी कार्यालय के प्रमुख इरवान एफेंदोई ने कहा कि पश्चिम सुमात्रा प्रांत के सूदूर सोलोक जिले में स्वर्ण निकालने के लिए खुदाई कर रहे लोग भूस्खलन के कारण आस-पास के पहाड़ी इलाके से बहकर आए कीचड़ और अन्य तरह के मलबे में दब गए। उन्होंने कहा कि कम से कम 25 लोग अब भी दबे हुए हैं और बचावकर्मियों ने तीन लोगों को जीवित बाहर निकाला है। तीनों घायल हैं। इंडोनेशिया में अनौपचारिक खनन कार्य आम बात है जिससे उन हजारों लोगों को आजीविका मिलती है जो गंभीर चोट या मृत्यु के उच्च जोखिम वाली परिस्थितियों में काम करते हैं।
नागरी सुंगई अबू गांव के पास सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र में तलाश करने के प्रयासों में भूस्खलन, बिजली गुल होने और दूरसंचार के अभाव के कारण बाधा उत्पन्न हो गई है। एजेंसी के प्रवक्ता इल्हाम वहाब ने कहा, ‘‘बर्बाद खनन क्षेत्र तक निकटतम बस्ती से चार घंटे पैदल चलकर ही पहुंचा जा सकता है।”