चंडीगढ़, 2 जनवरी: पंजाब के जेल मंत्री स. लालजीत सिंह भुल्लर ने आज जेल विभाग में जे.बी.टी. अध्यापकों के पदों पर पहली बार ऐतिहासिक नियमित भर्ती करते हुए 15 जे.बी.टी. अध्यापकों को नियुक्ति पत्र सौंपे।
यहां पंजाब भवन में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह के दौरान स. भुल्लर ने कहा कि ये अध्यापक कैदियों और उनके बच्चों को शिक्षित करने तथा कैदियों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पहले इन पदों पर अस्थायी नियुक्तियां की जाती थीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार ने, तीन दशकों के बाद इन पदों पर नियमित भर्ती की है। उन्होंने कहा कि नव-नियुक्त अध्यापकों को उनके घरों के निकट तैनाती दी गई है ताकि वे अपनी ड्यूटी सुगमता से निभा सकें।
जेल मंत्री ने विभाग में भर्ती संबंधी चल रही पहलों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हाल ही में पूरी हुई भर्ती प्रक्रिया के तहत 738 वार्डन और 25 मैट्रन पहले ही अपनी ड्यूटी संभाल चुके हैं। इसके अलावा 175 वार्डन और 4 मैट्रन सहित गार्ड स्टाफ के 179 पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रगति पर है।
विभाग को मज़बूत करने की मान सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए स. भुल्लर ने कहा कि जेल विभाग में विभिन्न कैडरों के 1220 पदों को पुनः सृजित किया जा रहा है, जिनकी भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी।
जेलों में चल रही शैक्षिक पहलों के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि विभाग के ‘शिक्षा दाता प्रोजेक्ट’ के तहत इस समय लगभग 2200 कैदी विभिन्न शैक्षिक कोर्स कर रहे हैं। वहीं, पंजाब कौशल विकास मिशन के तहत जनवरी 2025 से शुरू होने वाले इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर और टेलरिंग समेत विभिन्न कोर्सों में 513 कैदी कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की उपलब्धियों को उजागर करते हुए स. भुल्लर ने बताया कि महज़ 33 महीनों में युवाओं को लगभग 50,000 नियमित सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं। उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं के विदेश जाने के रुझान को कम करते हुए उन्हें रोजगार प्राप्त करने के लिए कतार में खड़ा होने के बजाय रोजगार देने वाला बनाने के मुख्यमंत्री के संकल्प को पूरा करने में अहम भूमिका निभा रही है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 2,65,430 उम्मीदवारों को निजी क्षेत्र में रोजगार मुहैया कराया गया है।
इस अवसर पर ए.डी.जी.पी. जेल श्री अरुण पाल सिंह, आई.जी. जेल श्री रूप कुमार अरोड़ा और ए.आई.जी. जेल श्री राजीव अरोड़ा भी मौजूद थे।