चंडीगढ़, 15 मई:
वन एवं वन्यजीव सुरक्षा मंत्री श्री लाल चंद कटारूचक्क ने आज एक अनूठी पहल शुरू करते हुए विभाग के अधिकारियों को एक शहरी वानिकी परियोजना तैयार करने के निर्देश दिए जिसके तहत शहरी क्षेत्रों में लंबे पौधे लगाए जाएंगे। इन पौधों की सुरक्षा के लिए इनके चारों ओर ट्री गार्ड लगाए जाएंगे जिन पर विभाग का नाम लिखा होगा।
आज यहां एक बैठक के दौरान मंत्री ने कहा कि इस परियोजना के तहत छायादार वृक्षों के साथ-साथ फलदार वृक्ष लगाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
एक और विशिष्ट कदम उठाते हुए श्री कटारूचक्क ने अधिकारियों को नीम, बरगद और पीपल को सुरक्षित वृक्षों के रूप में घोषित करने के लिए एक प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा जो कि इन वृक्षों के संरक्षण को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
शिवालिक पहाड़ियों और उत्तरी क्षेत्र में विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए, मंत्री ने राज्य में हरियाली के तहत रकबा बढ़ाने के उद्देश्य से पौधे लगाने के लिए व्यापक अभियान शुरू करने की वकालत की। नानक बगीचियों और पवित्र वन के साथ ही हर विकास परियोजना में पारदर्शिता लाने पर जोर देते हुए, मंत्री ने कहा कि इन कार्यों के कार्यान्वयन में ढिलाई बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर प्रमुख मुख्य वनपाल (फॉरेस्ट फोर्स के प्रमुख) धर्मिंदर शर्मा, ए.पी.सी.सी.एफ. कम सी.ई.ओ. पनकैंपा सौरव गुप्ता, सी.सी.एफ.(हिल्स) निधि श्रीवास्तव, सी.एफ. उत्तरी संजीव तिवारी, सी.एफ. शिवालिक सर्कल श्री कन्नन, डी.एफ.ओ. होशियारपुर अवनीत सिंह, डी.एफ.ओ. पठानकोट धर्मवीर ढेरु, डी.एफ.ओ. रूपनगर हरजिंदर सिंह और दसूहा डिवीजन से दलजीत कुमार शामिल थे।