पंजाब में आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया की न्यायिक हिरासत आज समाप्त हो गई है। आज उन्हें मोहाली कोर्ट में पेश किया जाएगा। शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के प्रदर्शन के शक के चलते उन्हें नजरबंद करना शुरू कर दिया गया है।
गौरतलब है कि मजीठिया को 26 जून को विजिलेंस की हिरासत में थे। 6 जुलाई को मजीठिया को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बीते 14 दिनों से वे न्यू नाभा जेल में थे। बीते 14 दिनों में विजिलेंस की टीमों ने दो बार अमृतसर व मजीठा में बिक्रम मजीठिया के घर व कार्यालय में छापेमारी की है। अनुमान है कि आज कोर्ट में इस दौरान हुई रिकवरी के बारे में जानकारी दी जा सकती है।
बिक्रम मजीठिया को कोर्ट लाने से पहले सुरक्षा इंतजाम कड़े किए जा रहे हैं। पंजाब पुलिस ने कुछ अकाली नेताओं को हिरासत में लेना शुरू किया है। बीती सुनवाई के दौरान अकाली दल के नेताओं की तरफ से प्रदर्शन किए जाने के बाद ऐहतियात के तौर पर ये कदम उठाया जा रहा है
पहला आवेदन है- जेल में उनका बैरक (कैदियों का कमरा) बदला जाए। उनके वकीलों ने कहा है कि वे विधायक और पूर्व मंत्री रह चुके हैं, इसलिए जेल नियमों (जेल मैनुअल) के अनुसार उन्हें ऑरेंज कैटेगरी की विशेष सुविधाएं दी जानी चाहिए और उन्हें दूसरे कैदियों से अलग रखा जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी कोर्ट से मांग की है कि गिरफ्तारी के कारण (ग्राउंड ऑफ अरेस्ट) और जेल मैनुअल की कॉपी दी जाए।
दूसरा आवेदन है- बेल (जमानत) की अपील। इस मामले में पंजाब सरकार को नोटिस भेजा गया है और इस पर सुनवाई 22 जुलाई को होगी।